नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। लोकसभा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव संभल हिंसा पर बोले। उन्होंने सदन में सनसनीखेज खुलासे किए। अखिलेश यादव ने कहा कि दूसरी बार जब सर्वे की टीम गई तो पहले वहां शांति थी। तभी लोगों को पानी निकाले जाने की जानकारी हुई तो वह मौके पर आ गए। इसी दौरान सीओ ने उनके साथ अभद्रता की और लाठीचार्ज का आदेश दिया। जिसके बाद कुछ लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने प्राईवेट और सरकारी हथियारों से फायरिंग की। सपा प्रमुख का आरोप है कि पुलिस ने निर्दोष पांच लोगों की हत्या की है। ऐसे में अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो।
लोकसभा में बोले अखिलेश यादव
संभल हिंसा पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि जिले के भाईचारे को गोली मारी गई है। संभल जिला अपने सैकड़ों सालों से भाईचारे के लिए जाना जाता है। गंगा जमुनी की पहचान के लिए पूरे देश में पहचान रखता था। यहां एक सोची समझी साजिश के तहत हिंसा करवाई गई।. उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में उपचुनाव था। वहां पर जो गड़बड़ी हुई इसे ध्यान भटकाने के लिए संभल की घटना को किया गया। संभल में निर्दोषों पर गोलियां बरसाई गई। डीएम-एसपी ने दोबारा सर्वे की अनुमति क्यों दी। हिंसा का जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए।
लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच
अखिलेश यादव ने कहा कि संभल का माहौल बिगाड़ने में पुलिस और प्रशासन का हाथ है। संभल का माहौल बिगाड़ने में याचिका दायर करने वाले का हाथ है। यह लड़ाई दिल्ली और लखनऊ के बीच का है। सपा प्रमुख ने कहा कि संभल में तानाशाही दिखाई गई। लोगों के साथ सीओ ने गाली-गलौज किया। सीओ ने लाठीचार्ज करवाया। पुलिस के गोली से कई लोग घायल हुये हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि कि देश भर से जो खुदाई की खबरें आ रहीं हैं उससे देश का सौहार्द बिगड़ेगा।
टीम को लेकर जामा मस्जिद पहुंच गए
संभल के संदर्भ में सपा सांसद ने कहा कि कोर्ट ने दूसरे पक्ष को बिना सुने हुए आदेश दे दिया। कोर्ट के आदेश के 2 घंटे बाद ही सर्वे की टीम जामा मस्जिद पहुंच गई। 22 तारीख को नमाजियों को नमाज पढ़ने से रोका गया, लेकिन फिर भी किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हुआ। 29 तारीख को अगली तारीख थी, लेकिन 24 तारीख को दोबारा सर्वे की बात कह दी गई. और सुबह के वक्त तानाशाही करते हुए सर्वे की टीम को लेकर जामा मस्जिद पहुंच गए। मस्जिद से पानी निकाले जाने की जानकारी होने पर कुछ लोगों ने विरोध किया तो सीओ ने उन पर लाठीचार्ज करवा दिया। पुलिस ने प्राईवेट-सरकारी असलहों से फायरिंग कर।
लोगों पर चला दी गोलियां
अखिलेश यादव ने कहा कि चंद लोगों ने पथराव किया तो उसके ऊपर गोलियां चला दी गई, पांच लोग जो अपने घरों से सामान लेने के लिए निकले थे उनकी मौत हो गई। पुलिस प्रशासन के लोग जिम्मेदार हैं उनको निलंबित किया जाना चाहिए और हत्या का मुकदमा चलना चाहिए। बता दें, जब अखिलेश यादव बोल रहे थे, तब बीजेपी के सांसद जोर-जोर से आवाज लगा रहे थे। तभी प्रयागराज से सपा सांसद ने भी संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरा और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की।