Congress preparation for Bihar Assembly Elections बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ने अपनी तैयारियों में तेजी ला दी है। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में हाल की हार के बाद, पार्टी अब बिहार में मजबूत वापसी की कोशिश कर रही है। इसके लिए अलग-अलग रणनीतियों पर काम किया जा रहा है, ताकि इस बार का प्रदर्शन बेहतर हो सके।
संगठन को मजबूत करने पर जोर
कांग्रेस फिलहाल अपनी संगठनात्मक ताकत बढ़ाने में जुटी हुई है। कई बदलाव पहले ही लागू किए जा चुके हैं। पार्टी की कोशिश है कि वह बिहार में अपनी मौजूदगी मजबूत करे, खासकर उन इलाकों में जहां पिछली बार उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं आए, जैसे मोतिहारी।
बड़े नेताओं का बिहार दौरा
पार्टी के कई बड़े नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं, जिससे उनकी गंभीरता साफ झलकती है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, पार्टी इस बार पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी और विधानसभा में अपना प्रभाव बढ़ाएगी।
राहुल गांधी और खड़गे की सक्रियता
बीते कुछ हफ्तों में राहुल गांधी दो बार बिहार का दौरा कर चुके हैं। इससे साफ है कि पार्टी इस चुनाव को लेकर कितनी गंभीर है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी जल्द ही बिहार आ सकते हैं, जिससे पार्टी के अभियान को और मजबूती मिलेगी।
महागठबंधन में सीटों को लेकर कांग्रेस का रुख
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भरोसा जताया है कि पार्टी को उसकी अपेक्षित सीटें मिलेंगी। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी आत्मविश्वास बढ़ा है।
महिला कांग्रेस और प्रभारी की सक्रियता
कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लवरु ने पटना पहुंचकर कहा, “चुनाव छोटा हो या बड़ा, लड़ाई जीतने के लिए ही लड़ी जानी चाहिए।” वहीं, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने भी बिहार आकर पार्टी की मजबूती पर जोर दिया और जीत की रणनीति पर चर्चा की।
आगे की रणनीति
कांग्रेस इस बार संगठन को मजबूत करने, सही गठबंधन बनाने और जनता तक सीधा संपर्क बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है। ये सभी कदम सत्ताधारी दल को कड़ी टक्कर देने और राज्य की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए उठाए जा रहे हैं।