नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड जीत मिली। नई सरकार के गठन को लेकर मुम्बई से दिल्ली तक हलचल तेज है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अचानक अपने गांव चले गए और फिर मंगलवार को उनकी तबियत खराब हो गई। जिसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। अटकलों के बीच देवेंद्र फडणवीस खुद एकनाथ शिंदे के घर पर पहुंचे और उनका हालचाल जाना। दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि बीजेपी-शिवसेना के बीच नई सरकार को लेकर सारे विवाद खत्म हो गए हैं। गृहमंत्रायल फिलहाल देवेंद्र फडणवीस के पास रहेगा और ‘देवाभाऊ’ ही 5 दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे।
एकनाथ शिंदे से मिले देवेंद्र फडणवीस
विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद महाराष्ट्र के महायुति के तीनों बड़े नेता, देवेंद्र फडवणिस, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार दिल्ली गए। तीनों नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर नई सरकार के गठन की रूपरेखा तय की। एकनाथ दिल्ली से मुम्बई लौटे और पर्व में शामिल होने के लिए अपने गांव चले गए। इसी दौरान सीएम एकनाथ शिंदे बीतार पड़ गए और पिछले गुरुवार के बाद से अस्वस्थ चल रहे हैं। उनके गले में इंफेक्शन है। डॉक्टरों के अनुसार बुखार के कारण उन्हें कमजोरी आई है। सीएम शिंदे की बीमारी की जानकारी मिलने पर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलने के लिए उनके आधिकारिक निवास वर्षा बंगले पर पहुंचे।
देवेंद्र फडणवीस के पास रहेगा गृहमंत्रायल
कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडवणिस के बीच नई सरकार के गठन को लेकर बातचीत हुई। मुलाकात के बाद ये जानकारी सामने आई कि शिंदे ने गृह मंत्रालय की जिद छोड़ दी है। 5 दिसंबर को वह डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। सूत्र बताते हैं कि एकनाथ शिंदे नई सरकार में अहम मंत्रायलों चाह रहे थे। शिंदे ने बीजेपी नेताओं से कहा था कि उन्हें गृहमंत्रालय दिया जाए। पर बीजेपी हाईकमान इसको लेकर तैयार नहीं था। सूत्र बताते हैं कि इसी के चलते एकनाथ शिंदे नाराज चल रहे थे। महायुति की जीत के बाद शिवसेना के नेताओं की तरफ से भी बयान आए, जिसमें शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की गई।
एकनाथ शिंदे बताए जा रहे थे नाराज
सूत्रों के मुताबिक महायुति की जीत के बाद एकनाथ शिंदे का सम्मान नही रखा जा रहा है और शपथ विधि की तारीख , स्थान निश्चित करने और अन्य फैसले लेते वक्त उनसे पूछा नहीं गया। गृह विभाग सहित मान सम्मान को लेकर भी एकनाथ शिंदे और उनके विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडवणिस के बीच हुई मुलाकात के बाद सारे अवरोध खत्म हो गए हैं। पहले कहा जा रहा था कि एकनाथ शाएद डिप्टी सीएम न बने। वह अपने बेटे को इस कुर्सी पर बैठा दें। सूत्र बताते हैं कि एकनाथ शिंदे ही सूबे के डिप्टी सीएम होंगे। केंद्र सरकार में शिंदे की पार्टी के सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है। जिसमें शिंदे के बेटे का नाम भी आगे बताया जा रहा है।
4 दिसंबर को होगी बीलेपी विधायक दल की बैठक
इनसब के बीजेपी ने विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए बुधवार की सुबह 10 बजे विधायकों की बैठक बुलाई है। इसके लिए केंद्रीय आलाकमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पर्यवेक्षक बनाया है। इसमें बीजेपी के विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे। इसके बाद नेता का ऐलान होगा। बीजेपी की तरफ से देवेंद्र फडणवीस इकलौते दावेदार हैं। बीजेपी के एक नेता ने बताया कि देवेंद्र फडवणिस 5 दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के अलावा एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ ही कई अन्य हस्तियां शामिल होंगी। नई सरकार में अजीत पवार पहले की तरह ही डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।