दिल्ली-NCR क्षेत्र में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है, और हाल ही के आंकड़ों ने एक बार फिर इस समस्या की गंभीरता को दर्शाया है। रविवार को राजधानी दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 366 दर्ज किया गया, जबकि चांदनी चौक, वजीरपुर, बुराड़ी क्रॉसिंग, आरके पुरम, और विवेक विहार जैसे क्षेत्रों में AQI 400 से ऊपर पहुंच गया। ये स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक माने जाते हैं। ऐसे में, सांस लेने में कठिनाइयों से लेकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
हवा की गति रविवार को बेहद कम थी, जिससे प्रदूषक कण जमा होकर हवा की गुणवत्ता को और अधिक प्रभावित कर रहे हैं। सुबह के समय हवा की गति न के बराबर रहने से प्रदूषण स्तर 386 तक पहुंच गया था, जो दिन के आगे बढ़ने और सूर्य की तेज धूप के कारण थोड़ा कम होकर शाम को 366 तक आ गया। इसके बावजूद, यह स्तर गंभीर श्रेणी के अंतर्गत आता है और आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।
दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता में सुधार की कोई बड़ी संभावना नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता में सुधार की कोई बड़ी संभावना नहीं है। हवा की गति कम रहने के कारण प्रदूषित कणों का फैलाव नहीं हो पाएगा, जिसके चलते ‘बेहद खराब’ श्रेणी बनी रहेगी। इसके साथ ही 4 और 5 नवंबर को आंशिक रूप से बादल छाने की संभावना है, और सुबह और शाम को धुंध या स्मॉग के बने रहने की आशंका भी है, जो दृश्यता को भी प्रभावित करेगा।
चंद्रशेखर चौक में रिकॉर्ड की गई AQI 416, वजीरपुर में 408, बुराड़ी क्रॉसिंग में 416, आरके पुरम में 427 और विवेक विहार में 412 के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि राजधानी के कई इलाकों में हवा जहरीली हो चुकी है। यह स्तर न केवल वायु प्रदूषण की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य प्रभावित होने की संभावना को भी उजागर करता है।
