Bihar Poll of Polls: पीके पर कितना मेहरबान हुआ बिहार ?

Bihar Poll of Polls: बिहार के विधानसभा चुनाव 2025 में प्रशांत किशोर की जन स्वराज पार्टी ने पोल ऑफ पोलस दो-चार सीटों पर जीत की संभावना जताई, लेकिन मिला-जुला प्रदर्शन किया है। पार्टी ने बिहार की राजनीति में नई चेतना जगाई है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राजनीतिक समीकरणों में नई ताकत के तौर पर उभरी प्रशांत किशोर की जन स्वराज पार्टी (JSP) ने अपनी पहली चुनावी परीक्षा में किस तरह प्रदर्शन किया, यह सवाल देशभर में चर्चा का विषय रहा। चुनाव के बाद हुए ‘पोल ऑफ पोलस’ में JSP की स्थिति मिली-जुली नजर आई, जिसमें इसे कुछ उम्मीदों के साथ अच्छी पकड़ भी मिली और कुछ disappointments भी देखने को मिले।

पोल ऑफ पोलस में अनुमान लगाया गया कि जन स्वराज पार्टी दो-चार सीटें जीत सकती है। हालाँकि, इसने अब तक के महीनों की अपेक्षाओं पर कुछ सीमित नतीजे दिए हैं, लेकिन नए दल के रूप में इसका प्रभाव स्पष्ट रहा है। जन स्वराज पार्टी ने अपने संगठन के बल पर कई क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाई है, खासकर युवाओं और समाज के अलग-अलग वर्गों में। उन्होंने बिहार के राजनैतिक परिदृश्य में एक नया विकल्प पेश किया है, जिसने बड़ी पार्टियों को चुनौती दी है।

इनपोस्ट-पोल आंकड़ों के अनुसार, जन स्वराज पार्टी ने अगले विधानसभा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का दावा किया है, खासकर मध्य बिहार और कुछ उत्तर बिहार के जिलों में। इसके नेता प्रशांत किशोर के नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव आयोग और विरोधी दलों में चर्चा का विषय बन चुकी है। उनकी रणनीति और सोशल मीडिया कैंपेन ने पार्टी को अपेक्षित जनसंपर्क दिया।

वहीं विपक्षी दलों ने जागरूक होकर JSP के प्रभाव को कम करने के लिए अपनी रणनीतियां बनाई हैं। साथ ही जनता ने भी पहचानना शुरू किया है कि यह पार्टी उनके मुद्दों को ध्यान में रखती है या नहीं। आगामी चुनावों में JSP की भूमिका और विस्तार किस दिशा में जाता है, यह राजनीतिक विश्लेषकों की नजर में बड़ी पहेली बनी हुई है।

कुल मिलाकर, पोल ऑफ पोलस में पीके की पार्टी को उतनी सफलता नहीं मिली जितनी उम्मीद थी, लेकिन इसका असर बिहार की राजनीति पर साफ नजर आ रहा है। यह पार्टी आने वाले समय में बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

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