Magh Mela 2026 Snan Dates:माघ मेला हर वर्ष उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर आयोजित किया जाता है। इस मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा से होती है और यह महाशिवरात्रि तक चलता है। माघ मेले के दौरान कल्पवास, गंगा स्नान, दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दौरान संगम में स्नान करने से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं और आत्मिक शुद्धि के साथ आध्यात्मिक उन्नति होती है।
माघ मेला 2026 की शुरुआत कब से?
साल 2026 में माघ मेले की शुरुआत 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन होगी। इसके अगले दिन यानी 4 जनवरी 2026 से माघ माह का आरंभ होगा। इस बार माघ माह की शुरुआत रविवार के दिन और पुनर्वसु नक्षत्र में हो रही है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा संयोग वर्षों बाद बन रहा है, जिससे माघ मेला 2026 को विशेष फलदायी माना जा रहा है।
75 साल बाद बना दुर्लभ ज्योतिषीय संयोग
माघ मेले का सबसे विशेष स्नान इस बार मकर संक्रांति का माना जा रहा है। 14 जनवरी 2026 को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे और इस दिन शनि का नक्षत्र अनुराधा रहेगा। सूर्य और शनि का यह विशेष संयोग लगभग 75 वर्षों बाद बन रहा है। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से सूर्य का तेज और शनि की आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
माघ मेला 2026 की प्रमुख स्नान तिथियां
पौष पूर्णिमा: 3 जनवरी 2026
मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2026 (15 जनवरी को भी मान्य)
मौनी अमावस्या: 18 जनवरी 2026
बसंत पंचमी: 23 जनवरी 2026
माघ पूर्णिमा: 1 फरवरी 2026
महाशिवरात्रि: 15 फरवरी 2026
संक्रांति स्नान दो दिन क्यों?
ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य 14 जनवरी को दोपहर 3 बजे के बाद मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए 14 जनवरी को संध्या कालीन स्नान और 15 जनवरी को प्रात:कालीन स्नान मान्य रहेगा। इसी कारण अलग-अलग पंचांगों में संक्रांति स्नान की तारीख अलग दिखाई देती है।
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