Prime Miniters from Prayagraj : भारत के हर शहरों की अपनी अलग पहचान है। कोई अपनी परंपराओं, स्थानीय व्यंजनों, ऐतिहासिक धरोहरों, त्योहारों की वजह से फेमस है। लेकिन एक शहर ऐसा भी है जो प्रधानमंत्रियों के शहर के रूप में जाना जाता है। यहां से भारत के कई प्रधानमंत्रियों का गहरा कनेक्शन है।
हम बात कर रहे हैं उत्देतर प्शरदेश के प्रयागराज की, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था। ये उत्तर प्रदेश का एक बड़ा शहर है और यहीं पर गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम होता है। इसे त्रिवेणी संगम भी कहते हैं, जो हिंदू धर्म में बहुत खास माना जाता है। आइए जानते हैं, इस शहर से किन-किन प्रधानमंत्रियों का नाम जुड़ा है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू का जन्म प्रयागराज में 1889 में हुआ था। आज़ादी के बाद वे फूलपुर से चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बने और तीन बार इस जगह से सांसद चुने गए।
लाल बहादुर शास्त्री
भारत को ‘जय जवान जय किसान’ का नारा देने वाले शास्त्री जी ने 1957 और 1962 में प्रयागराज से चुनाव जीता। वे 1964 से 1966 तक प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल में उनकी सादगी की खूब चर्चा हुई।
इंदिरा गांधी
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म भी प्रयागराज में हुआ था। वे 1966 से 1977 तक और फिर 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री बनीं। उनका कार्यकाल भारत में कई बड़े बदलावों के लिए जाना जाता है।
राजीव गांधी
राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के बेटे, अपनी मां की हत्या के बाद प्रधानमंत्री बने। उन्हें प्रयागराज से गहरी लगाव था और उनके समय में शहर का काफी विकास हुआ। वे 1984 से 1989 तक प्रधानमंत्री रहे और उनके नेतृत्व में कई बड़े फैसले लिए गए।
गुलजारीलाल नंदा
गुलजारीलाल नंदा दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने, पहली बार 1964 में और दूसरी बार 1966 में। उनका कार्यकाल सिर्फ 13 दिन का था, लेकिन उनका नाम राजनीति में अहम स्थान रखता है।
विश्वनाथ प्रताप सिंह
विश्वनाथ प्रताप सिंह का जन्म भी प्रयागराज में हुआ था। वे 1989 से 1990 तक प्रधानमंत्री रहे और उनके समय में भारत में मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू की गई, जिससे भारतीय राजनीति में बड़े बदलाव आए।
चंद्रशेखर
चंद्रशेखर का जन्म तो बलिया में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत प्रयागराज से की। वे 1990 से 1991 तक प्रधानमंत्री रहे और अपने फैसलों के लिए जाने जाते हैं।