Sunday, November 9, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home राष्ट्रीय

President vs supreme court :राष्ट्रपति या सुप्रीम कोर्ट कौन है ज़्यादा ताकतवर, जानिए किसकी चलती है देश में

सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति दोनों की शक्तियाँ संविधान से तय होती हैं। कोर्ट आदेश दे सकता है, लेकिन राष्ट्रपति उस पर निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होता है। दोनों की भूमिका लोकतंत्र में अलग-अलग है।

SYED BUSHRA by SYED BUSHRA
April 18, 2025
in राष्ट्रीय
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

President vs Supreme Court तमिलनाडु में राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच चल रही तनातनी अब सीधे देश की सबसे बड़ी अदालत और राष्ट्रपति की शक्तियों तक पहुंच गई है। सुप्रीम कोर्ट ने विधेयकों को पास करने में देरी को लेकर हाल ही में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें तय किया गया कि कितने समय में राष्ट्रपति और राज्यपाल को बिलों पर फैसला लेना होगा। इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का बयान आया, जिसमें उन्होंने कहा कि अदालतें राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकतीं। उन्होंने न्यायपालिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट को मिले विशेष अधिकार अब लोकतंत्र के लिए न्यूक्लियर मिसाइल जैसे बन गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया?

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया कि अगर कोई विधेयक राज्यपाल या राष्ट्रपति के पास विचार के लिए भेजा जाता है तो उसे अनिश्चितकाल तक नहीं लटकाया जा सकता।

RELATED POSTS

Supreme Court stands for tax fairness

Supreme Court : आयकर विभाग को सुप्रीम कोर्ट से झटका, किसको देना होगा 2 लाख का हर्जाना जानिए मामला कैसे शुरू हुआ

September 13, 2025
Supreme court का सख़्त रुख, किस ओलंपिक विजेता की जमानत हुई रद्द कब तक सरेंडर करने का दिया आदेश

Supreme court का सख़्त रुख, किस ओलंपिक विजेता की जमानत हुई रद्द कब तक सरेंडर करने का दिया आदेश

August 13, 2025

कोर्ट द्वारा तय की गई समय सीमा

अगर राज्यपाल किसी बिल को राष्ट्रपति के पास भेजते हैं तो उन्हें एक महीने में यह फैसला करना होगा।

राष्ट्रपति को भी ऐसे बिलों पर तीन महीने के भीतर निर्णय लेना जरूरी होगा।

यदि कोई विधेयक राज्य विधानसभा से दोबारा पास होकर आता है तो राज्यपाल को उसे एक महीने के अंदर मंजूरी देनी होगी।

इससे पहले इस प्रक्रिया की कोई तय समयसीमा नहीं थी, जिससे कई बिल लंबे समय तक रुके रह जाते थे।

राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट की भूमिका में अंतर

भारत के संविधान में राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट दोनों की भूमिका साफ तय की गई है।

राष्ट्रपति की शक्तियाँ

राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद है और तीनों सेनाओं का सुप्रीम कमांडर होता है।

न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है, हालांकि वह सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम की सिफारिश पर ही ऐसा करता है।

राष्ट्रपति के पास विशेषाधिकार होता है कि वो किसी मौत की सज़ा को माफ कर सके।

किसी कानूनी या संवैधानिक उलझन पर राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट से सलाह मांग सकता है।

सुप्रीम कोर्ट की शक्तियाँ

सुप्रीम कोर्ट देश की सबसे बड़ी अदालत है और संविधान की व्याख्या करने का अधिकार रखती है।

कोर्ट अपने विशेषाधिकारों के तहत कोई भी आदेश दे सकती है।

अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट न्याय देने के लिए किसी भी प्रकार का फैसला ले सकती है।

क्या सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति को आदेश दे सकती है?

यह सवाल अब चर्चा का विषय बन गया है। संविधान के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति को सलाह दे सकता है, लेकिन उसे मानना राष्ट्रपति के लिए जरूरी नहीं होता। दोनों ही संस्थाओं के अधिकार क्षेत्र अलग-अलग हैं और एक-दूसरे के कार्यों में सीधा हस्तक्षेप नहीं करते।

Tags: president of indiaSupreme Court Verdict
Share196Tweet123Share49
SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Related Posts

Supreme Court stands for tax fairness

Supreme Court : आयकर विभाग को सुप्रीम कोर्ट से झटका, किसको देना होगा 2 लाख का हर्जाना जानिए मामला कैसे शुरू हुआ

by SYED BUSHRA
September 13, 2025

Supreme Court’s Strong Stand on Income Tax Action: जब आयकर विभाग ने चेन्नई में कृष्णास्वामी के घर पर छापेमारी कर...

Supreme court का सख़्त रुख, किस ओलंपिक विजेता की जमानत हुई रद्द कब तक सरेंडर करने का दिया आदेश

Supreme court का सख़्त रुख, किस ओलंपिक विजेता की जमानत हुई रद्द कब तक सरेंडर करने का दिया आदेश

by SYED BUSHRA
August 13, 2025

Supreme Court Cancels Bail of Sushil Kumar:ओलंपिक पदक विजेता और मशहूर पहलवान सुशील कुमार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका...

Supreme Court contempt cas

Supreme court : चुनाव से पहले मुफ्त सुविधाओं पर सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी ,क्यों कहना पड़ा काम के बजाय मुफ्तखोरी की आदत खतरनाक

by SYED BUSHRA
February 13, 2025

Supreme Court on free facilities चुनाव से पहले राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त सुविधाओं का ऐलान करना अब आम हो गया...

Supreme Court dismisses Mayawati statues case

Uttar Pradesh की पूर्व मुख्यमंत्री को सुप्रीम कोर्ट ने दिया जन्मदिन का तोहफा, बंद किया कौन सा पुराना केस

by SYED BUSHRA
January 16, 2025

Supreme Court dismisses Mayawati statues case : 15 जनवरी को उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को सुप्रीम कोर्ट ने...

Delhi: ऐतिहासिक फैसले के अगले ही दिन फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंची दिल्ली सरकार

by Anu Kadyan
May 12, 2023

दिल्ली सरकार या एलजी... ये  विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। कल ही यानी 11 मई को सुप्रीम कोर्ट...

Next Post
Ghaziabad News

बहादुर शाह जफर को समझ बैठे औरंगज़ेब, तस्वीर पर पोती कालिख, हिंदू संगठन की बड़ी चूक

illegal colony Celebrate City demolished by LDA

Lucknow में प्लॉट खरीदार होशियार, दौड़ रहा L D A का बुलडोजर फुल रफ़्तार 'सेलीब्रेट सिटी' समेत कई अवैध कॉलोनियां ध्वस्त

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version