बिहार चुनाव से पहले Rahul Gandhi का बड़ा दावा: ‘महाराष्ट्र का चुनाव चोरी हुआ, वोटर लिस्ट में 40 लाख रहस्यमयी नाम’

बिहार चुनाव से पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र में चुनावी धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने 40 लाख रहस्यमयी वोटर्स की बात कही और चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों पर जवाब मांगा।

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi election rigging: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार चुनाव से ठीक पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। राहुल ने कहा कि करीब 40 लाख वोटर रहस्यमयी हैं, जिनकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भारत में सही मतदाताओं को वोट डालने का मौका मिल रहा है? राहुल गांधी ने ECI की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने कांग्रेस को वोटर डेटा देने से भी इनकार कर दिया, जिससे लोकतंत्र की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

राहुल गांधी का दावा: महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया

Rahul Gandhi ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई, लेकिन यह हार स्वाभाविक नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में जानबूझकर वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां की गईं और करीब 40 लाख वोटर ‘रहस्यमयी’ तरीके से शामिल कर दिए गए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत दस्तावेज़ों में बताया गया कि वोटर लिस्ट में कई नामों के साथ उनके पिता का नाम अधूरा है, कई पते शून्य हैं और एक ही पते पर 46 वोटर दर्ज हैं।

उन्होंने दावा किया कि 11 हजार ऐसे संदिग्ध मतदाता हैं जिन्होंने तीन बार वोट डाला। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने बार-बार मांगे जाने पर भी जरूरी डेटा कांग्रेस को नहीं दिया। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि इस तरह की वोटर लिस्ट से चुनाव की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठते हैं।

EVM और अलग-अलग चरणों में मतदान पर उठाया सवाल

Rahul Gandhi ने सवाल किया कि जब पहले पूरे देश में एक ही दिन चुनाव हो जाता था, तो अब क्यों अलग-अलग चरणों में महीनों तक मतदान होता है? उन्होंने इसे बीजेपी की रणनीति करार देते हुए कहा कि भाजपा को सत्ता विरोध का असर नहीं होता, जबकि लोकतंत्र में यह स्वाभाविक है।

उन्होंने कहा कि पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) नहीं थीं, तब भी पूरे देश में एक ही दिन में चुनाव संभव था, लेकिन अब चुनाव प्रक्रिया लंबी कर दी गई है। इससे गड़बड़ी की आशंका और बढ़ जाती है।

एग्जिट पोल, सर्वे और नतीजों में अंतर क्यों?

Rahul Gandhi ने कहा कि कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वे और एग्जिट पोल अक्सर सही नतीजे दिखाते हैं, लेकिन वास्तविक परिणाम बिल्कुल अलग आते हैं। उन्होंने हरियाणा और मध्य प्रदेश के उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी सर्वे और परिणामों में बड़ा अंतर देखने को मिला था। उन्होंने इसे ‘रुझानों की हेराफेरी’ बताया और चुनाव आयोग से जवाब मांगा कि क्या चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं?

चुनाव आयोग पर विश्वास की बहाली की मांग

Rahul Gandhi ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग पारदर्शी नहीं है और लोकतांत्रिक जवाबदेही से भाग रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग बार-बार डेटा मांगने पर भी जवाब नहीं दे रहा और न ही यह स्पष्ट कर रहा है कि वोटर लिस्ट में कितने फर्जी नाम हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि जिन लोगों के पते और पहचान संदिग्ध हैं, वे वोट कैसे डाल रहे हैं?

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर चुनाव आयोग को लोकतंत्र की गरिमा बचाए रखनी है तो उसे इन सवालों का जवाब देना ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के हर जागरूक नागरिक को अब इस मुद्दे पर आवाज उठानी चाहिए।

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