Rahul Gandhi News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर को विपक्षी महागठबंधन में बड़ा गतिरोध समाप्त हो गया। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी की नाराज़गी दूर हो गई है, और उनकी पार्टी को 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमति मिल गई है। इसके साथ ही, वीआईपी को दो एमएलसी और एक राज्यसभा सीट भी देने पर समझौता हुआ है। मुकेश सहनी की यह नाराज़गी इतनी बढ़ गई थी कि एक समय महागठबंधन से उनका सियासी ‘ब्रेकअप’ लगभग तय माना जा रहा था। यह सारा ड्रामा तब खत्म हुआ जब कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने हस्तक्षेप किया। इस समझौते के साथ, वीआईपी ने गठबंधन में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, और सहनी ने पहले चरण के नामांकन के आखिरी दिन गौड़ा बौराम सीट से अपना पर्चा दाखिल किया।
सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध और राहुल गांधी का हस्तक्षेप
लोकसभा चुनाव के समय तेजस्वी यादव के साथ नज़र आए मुकेश सहनी, इस विधानसभा चुनाव में आरजेडी से अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने से नाराज़ थे। उनकी नाराज़गी इतनी बढ़ गई थी कि उन्होंने डिप्टी सीएम फेस घोषित करने की मांग भी कर दी थी। पिछले कुछ दिनों से आरजेडी और वीआईपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत भी बंद थी। बुधवार को सहनी ने महागठबंधन से बाहर निकलने का ऐलान करने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया, जिससे गठबंधन में बड़ा सस्पेंस बन गया था।
नाराज़ सहनी ने तब सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से संपर्क किया और उनसे Rahul Gandhi से बात करने का आग्रह किया। भट्टाचार्य के कहने पर, सहनी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर इंडिया गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, और यह कहा कि उनके लिए सीटें नहीं बल्कि महागठबंधन में बने रहना अहम है।
इसके बाद, दीपांकर भट्टाचार्य ने राहुल गांधी को फोन मिलाया। राहुल गांधी ने तुरंत आरजेडी नेतृत्व (लालू यादव और तेजस्वी यादव) और मुकेश सहनी, दोनों से फोन पर बात की। राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद ही वीआईपी और आरजेडी के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन पाई, और सहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी।
वीआईपी को 15 सीटें और नामांकन
समझौते के बाद, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ेगी और मछुआरों, पिछड़ों व वंचित समाज की आवाज़ विधानसभा तक पहुंचाएगी। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि वीआईपी पार्टी महागठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी।
सीट बंटवारे पर बनी सहमति के साथ ही, 17 अक्टूबर को नामांकन के आखिरी दिन मुकेश सहनी ने खुद दरभंगा ज़िले की गौड़ा बौराम सीट से और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद बिंद ने भभुआ सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। गौड़ा बौराम वीआईपी के प्रभाव वाले क्षेत्रों में गिनी जाती है, जहाँ 2020 में वीआईपी की उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। इस तरह, Rahul Gandhi के हस्तक्षेप से महागठबंधन टूटने से बचा, और वीआईपी पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतर गई है।