Railway New Ticketing System: क्या अब पहले ही पता चल जाएगा टिकट कंफर्म होगा या नहीं,स्लीपर क्लास यात्रियों को बड़ी राहत

रेलवे ने एआई आधारित नया टिकट सिस्टम लागू किया है, जिससे यात्री पहले से जान पाएंगे कि वेटिंग टिकट कंफर्म होगा या नहीं। यह तकनीक समय की बचत, तनाव में कमी और बेहतर सुविधा देने का काम करेगी।

AI Railway Ticket System

Railway New AI Ticket System Launched: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। खासकर स्लीपर क्लास के यात्रियों को अब वेटिंग टिकट की चिंता कम होगी। देशभर में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित नया टिकट बुकिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है। इस तकनीक से यात्री पहले से जान सकेंगे कि उनका टिकट कंफर्म होगा या नहीं।

कैसे काम करेगा नया सिस्टम

यह सिस्टम आईआरसीटीसी की वेबसाइट और ऐप पर उपलब्ध है। जैसे ही कोई यात्री टिकट बुक करता है और उसका टिकट वेटिंग में आता है, एआई तुरंत बता देगा कि उस टिकट के कंफर्म होने की कितनी संभावना है। इसके लिए यह सिस्टम ट्रेन की सीटों, रद्द हुए टिकटों, यात्रा की तारीख और पुराने बुकिंग डेटा का विश्लेषण करता है।

यात्रियों को समय पर अपडेट

रेलवे अधिकारी कुलदीप तिवारी ने बताया कि एआई सिस्टम लगातार यात्रियों को मोबाइल और ईमेल पर अपडेट भेजेगा। जैसे ही कोई टिकट कैंसिल होगा, अगली वेटिंग लिस्ट वाले यात्री को तुरंत सीट मिल जाएगी। इससे टिकट बुकिंग की प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी हो जाएगी और यात्रियों को भ्रम की स्थिति से राहत मिलेगी।

यात्रा की बेहतर योजना बनाने में मदद

इस नई सुविधा से यात्री सही समय पर यह तय कर पाएंगे कि उन्हें दूसरी ट्रेन या कोई और विकल्प चुनना चाहिए या नहीं। खासकर दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, सहारनपुर, मुंबई, जम्मू और अमृतसर जैसे रूट्स पर रोज़ाना हजारों लोग सफर करते हैं। इनमें से अधिकतर यात्री स्लीपर क्लास में होते हैं, जहां वेटिंग टिकट की समस्या आम है। अब इस तकनीक से उनकी यात्रा की योजना आसान होगी।

गारंटी नहीं, लेकिन भरोसा ज्यादा

रेलवे अधिकारियों ने साफ कहा है कि यह सिस्टम 100% टिकट कंफर्म होने की गारंटी नहीं देता। लेकिन इसका अनुमान काफी हद तक सटीक है। इससे यात्रियों का समय बचेगा, तनाव कम होगा और सेवा पर भरोसा बढ़ेगा।

तकनीक से पारदर्शिता

एआई आधारित वेटिंग टिकट मैनेजमेंट सिस्टम रेलवे की पारदर्शिता और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है। आने वाले समय में यह सिस्टम यात्रियों के सफर को और आसान और भरोसेमंद बनाएगा।

Exit mobile version