Akshaya Tritiya का महत्व
हिंदू पंचांग में वैशाख की तृतीय तिथि अक्षय तृतीया कहलाती है। यह वैशाख शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को कई लोग मानते हैं। जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण मान्यता यह है कि इस दिन बिना पंचांग देखे किसी भी मांगलिक और शुभ कार्य कर सकते हैं। इस दिन धन योग, रवि योग, शुक्रादित्य योग और मालव्य योग भी बनते हैं। इसलिए इस राजयोग में मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
अक्षय तृतीया का महत्व:
- अक्षय का अर्थ है अविनाशी या अमर।
- इस दिन किए गए किसी भी कार्य को अनंत सौभाग्य और सफलता का वरदान मिलता है।
- यह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का जन्मदिन भी माना जाता है।
- इस दिन भगवान परशुराम का जन्म भी हुआ था।
- अक्षय तृतीया को नया कारोबार शुरू करने, घर खरीदने, सोना खरीदने और दान करने के लिए बहुत शुभ माना जाता है।

अक्षय तृतीया पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
Akshaya Tritiya 2024 शुभ मुहूर्त:
- तृतीया तिथि प्रारंभ: 10 मई 2024 को सुबह 4:17 बजे
- तृतीया तिथि समाप्त: 11 मई 2024 को दोपहर 2:50 बजे
- अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त: 10 मई 2024 को सुबह 5:33 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
कुल 6 घंटे 44 मिनट
10 मई को सुबह 4 बजे 17 मिनट पर अक्षय तृतीया शुरू होगा। 11 मई को सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर इसका समापन होगा। इसलिए इस बार अक्षय तृतीया 10 मई को मनाया जाएगा।
आज लोग सोना क्यों खरीदते हैं?
सोना खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है। आज लोग सुनार की दुकान पर सोने के सिक्के, आभूषण या सोने में निवेश करते हैं। लेकिन सोना ही क्यों? वास्तव में, सोना सिर्फ एक धातु नहीं बल्कि धन का भी प्रतीक है। सोना अक्षय तृतीया के दिन खरीदने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि और धन आता रहता है। अक्षय तृतीया को बहुत शुभ दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन किए गए निवेश अच्छे परिणाम देते हैं। सोना खरीदने के लिए ये दिन माना जाता है।
अक्षय तृतीया पर सोना क्यों खरीदना शुभ माना जाता है:
- सोना को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि और धन आता रहता है।
- यह दिन निवेश करने के लिए भी शुभ माना जाता है।
- सोना खरीदने की परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है और यह भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
पीढ़ियों से चली आ रही आदत
सोना खरीदने की परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। यह भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है और त्योहार को मनाने का एक अच्छा तरीका माना जाता है। अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है, लेकिन आज इसका अर्थ थोड़ा बदल गया है। अब लोग इसे एक अच्छा निवेश और महंगाई से बचने का एक तरीका समझते हैं।