Tortoise Ring: क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटी सी अंगूठी आपकी ज़िंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है? वास्तु शास्त्र और फेंगशुई जैसे प्राचीन विज्ञानों के अनुसार, कछुए की अंगूठी (Tortoise Ring) न केवल धन को आकर्षित करती है, बल्कि मानसिक शांति, पारिवारिक सुख और करियर में तरक्की भी लाती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि इसे सही तरीके से और नियमों का पालन करते हुए पहना जाए।
क्यों खास मानी जाती है कछुए की अंगूठी?
हिंदू धर्म में कछुआ भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का प्रतीक माना गया है। समुद्र मंथन के दौरान जब भगवान ने कछुए का रूप लिया था, तब से ही कछुए की आकृति को शुभ और उन्नति देने वाली माना जाता है। वहीं, फेंगशुई में भी कछुआ पॉजिटिव एनर्जी और समृद्धि का प्रतीक है।
कछुए की अंगूठी पहनने के फायदे
धन-संपत्ति में बढ़ोतरी: यह अंगूठी पैसों को आकर्षित करती है और धन संचय में सहायक बनती है।
क्रोध पर नियंत्रण: इससे मानसिक संतुलन बनता है और गुस्सा धीरे-धीरे कम होता है।
करियर और सफलता: हर क्षेत्र में उन्नति और तरक्की के अवसर बढ़ते हैं।
पारिवारिक सुख-शांति: घर का वातावरण सकारात्मक होता है और रिश्तों में सामंजस्य बना रहता है।
किन राशियों के लिए शुभ है ये अंगूठी?
कछुए की अंगूठी लगभग सभी राशियों के लिए लाभकारी होती है, लेकिन खासकर मकर (Capricorn) और वृषभ (Taurus) राशि वालों को इससे विशेष लाभ मिलता है। इनके लिए यह अंगूठी स्थिरता, धन और तरक्की का जरिया बन सकती है।
पहनने के नियम क्या हैं?
सिर्फ चांदी की अंगूठी पहनें, चांदी लक्ष्मी जी की प्रिय धातु मानी जाती है।
शुक्रवार को पहनें,इस दिन इसे पहनना सबसे शुभ माना गया है।
धार्मिक विधि अपनाएं,अंगूठी को पहले दूध और गंगाजल से शुद्ध करें, फिर श्रीसूक्त का पाठ कर माता लक्ष्मी के चरणों में रखकर पहनें।
मुंह अपनी ओर रखें,कछुए की आकृति का मुंह पहनते वक्त आपकी ओर होना चाहिए।
मध्यमा उंगली में पहनें,यह उंगली स्थिरता और समझदारी की प्रतीक होती है। कुछ ज्योतिष मामलों में तर्जनी उंगली भी उपयुक्त मानी जाती है।
इन गलतियों से बचें
गलत राशियों में न पहनें, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को यह अंगूठी पहनने से बचना चाहिए।
अन्य धातुओं का प्रयोग न करें, केवल चांदी की अंगूठी ही शुभ होती है, अन्य धातुएं नकारात्मक प्रभाव ला सकती हैं।
दिशा और उंगली की अनदेखी न करें,गलत दिशा या उंगली में पहनने से इसका असर खत्म हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी देना है। News1 India इन दावों की पुष्टि नहीं करता है। किसी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।