Importance of Kamika Ekadashi and diya lighting rituals:सावन माह का हर दिन धार्मिक दृष्टि से खास होता है, लेकिन एकादशी की तिथि को भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस साल कामिका एकादशी 21 जुलाई 2025, सोमवार को पड़ रही है। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा से व्रत रखने और दीपक जलाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। अगर आप भी इस पावन दिन को विशेष बनाना चाहते हैं, तो इन 5 पवित्र स्थानों पर दीपक जलाना आपके लिए शुभ साबित हो सकता है।
तुलसी के पास दीपक जलाएं
भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय हैं। कामिका एकादशी की शाम शुद्ध घी का दीपक तुलसी के पौधे के पास जलाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। यह उपाय दरिद्रता दूर करने में मदद करता है और घर में सौहार्द बढ़ाता है।
मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपक
घर के प्रवेश द्वार पर शाम को दीपक जलाने से नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव खत्म होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और सुख-शांति का वातावरण बनता है।
पूजा स्थल या घर के मंदिर में दीपक
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाना एक बहुत पुण्यदायी कार्य माना गया है। इससे देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और जीवन की परेशानियां दूर होने लगती हैं।
पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं
पीपल का वृक्ष देव वृक्ष माना जाता है। शाम के समय इस पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पितृ दोष की शांति होती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। यह उपाय भाग्य को बलवान बनाने वाला माना गया है।
बेल वृक्ष के नीचे दीपक
सावन में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व होता है। बेल वृक्ष भगवान शिव को समर्पित है। इस पेड़ के नीचे दीपक जलाने से भगवान शिव और विष्णु दोनों की कृपा एक साथ प्राप्त होती है।
Disclaimer : यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले व्यक्तिगत आस्था और स्थिति के अनुसार विचार अवश्य करें।