उत्तराखंड के काशीपुर में बैठकी होली का जश्न शुरू हो गया है। जगह-जगह पर बैठकी होली की धूम मची हुई है। कहीं अबीर-गुलाल लगाया जा रहे हैं तो कहीं महिलाएं होली के गीतों पर थिरक नजर आ रही हैं। महिलाएं घरों में बैठकी होली का आयोजन कर धूम मचा रही हैं। शनिवार शाम गिरिताल के निकट दुर्गा कॉलोनी में कृष्ण प्रणामी विहार के श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में बैठकी होली का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं ने ढोलक की थाप और मंजीरों पर गीत गायन किया। साथ ही नृत्य कर होली मनाई।
होली के गीतों से होलीमय हुआ माहौल
इस दौरान महिलाओं ने हिंदी और कुमाऊंनी भाषा में होली गीत गायन कर समां बांध दिया। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने एक दूसरे को रंग-अबीर-गुलाल लगाया और होली की शुभकामनाएं दीं।

बैठकी होली में महिलाओं ने होल्यारों ने कान्हा जिद न करो, होली खेली शिव जाके जट में विराजे रंग, होली खेल रहे हैं राजा दशरथ के वीर, आज गुलाल मलूंगी मैं उनके, अबीर ले आओ गुलाल ले आओ, जैसे गीत गाकर माहौल होलीमय कर दिया।
एक-दूसरे को पकवान खिलाकर दी होली की शुभकामना
इस बीच होल्यार श्रीमती चंद्रा पांडे ने बताया कि होली का त्योहार आपसी प्रेम और भाईचारे का त्योहार है। इस दौरान एक-दूसरे को लगाया गया रंग भाईचारे को प्रदर्शित करता है। इसलिए समाज के सभी वर्गों के लोगों को इस त्योहार को आपसी प्रेम के साथ मनाना चाहिए। महिलाओं ने कार्यक्रम के समापन पर एक-दूसरे को गुजिया और अन्य पकवान खिलाए। साथ ही सभी के उज्ज्वल भविष्य और होली के त्योहार के शांतिपूर्वक संपन्न होने की कामना की गई।