Religious News: हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी बातें और काम हमेशा शुभ हों, तो हमें हमेशा अच्छे और सकारात्मक शब्दों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। और इसके लिए एक खास समय भी है, जब हमारी जुबान पर खुद देवी सरस्वती का वास होता है। यह समय है ब्रह्म मुहूर्त। इस समय में अगर हम सही तरीके से सरस्वती जी का ध्यान करें और उनसे शुभकामनाएं मांगें, तो हमारी सारी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में सरस्वती जी का ध्यान कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखें।
कैसे करें सरस्वती जी का ध्यान
अगर आप रोज़ ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सच्चे मन से सरस्वती जी का ध्यान करते हैं, तो आपकी कोई भी मनोकामना पूरी हो सकती है। सबसे पहले आपको इस समय उठकर बैठना होगा, फिर आंखें बंद करके अपने मन को शांत करना होगा। इसके बाद सरस्वती जी के ध्यान में लीन होकर, जो भी इच्छा है, उसे मन ही मन कहें। ध्यान रखें कि आपकी मनोकामना किसी और के लिए नेगेटिव न हो, और ना ही ऐसी हो जो पूरी हो पाना संभव न हो। सरस्वती जी से दुआ मांगते समय, उनकी उपासना में ईमानदारी और सच्चाई होनी चाहिए। अगर आपकी इच्छाएं सही होती हैं, तो वह जरूर पूरी होती हैं।
ब्रह्म मुहूर्त में क्या न करें
चलिए अब जानते हैं कि इस पवित्र समय में कौन सी चीजें नहीं करनी चाहिए। सबसे पहले तो, आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि ब्रह्म मुहूर्त में भोजन नहीं करना चाहिए। धार्मिक दृष्टि से तो यह गलत है ही, स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह सही नहीं माना जाता। इस समय में भोजन करने से हमारी शरीर की ऊर्जा सही तरीके से नहीं बन पाती है। साथ ही इस समय में नकारात्मक सोच या विचार को अपने मन में नहीं लाना चाहिए। क्योंकि अगर आपके मन में नकारात्मकता होगी, तो इससे आपका पूरा दिन प्रभावित हो सकता है।
मानसिक शांति के लिए ध्यान
अगर आप मानसिक शांति और सफलता की तलाश में हैं, तो ब्रह्म मुहूर्त का यह समय आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। सही तरीके से पूजा, ध्यान और मंत्र जाप करने से आप अपने जीवन में नई ऊर्जा महसूस करेंगे। साथ ही इससे आपका मन शांत और एकाग्र रहेगा, जिससे आपके सभी कार्य बिना किसी रुकावट के अच्छे से पूरे होंगे।