Mauni Amavasya : हिंदू धर्म में माघ अमावस्या का विशेष महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित होता है और इसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर गंगा स्नान का बड़ा महत्व है, क्योंकि धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
इस बार की Mauni Amavasya और शुभ मुहूर्त
इस बार मौनी अमावस्या का दिन और भी खास है, क्योंकि इस दिन महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान भी होगा।
पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या की तिथि 28 जनवरी की रात 7:35 बजे शुरू होकर 29 जनवरी की शाम 6:05 बजे समाप्त होगी। इसलिए मौनी अमावस्या का पर्व 29 जनवरी को मनाया जाएगा।
महत्वपूर्ण समय
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:25 से 6:18 तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:22 से 3:05 तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:55 से 6:22 तक
- अमृत काल: सुबह 9:19 से 10:51 तक
- सूर्योदय: सुबह 7:11
- सूर्यास्त: शाम 5:58
- चंद्रोदय: नहीं होगा
- चंद्रास्त: शाम 5:58
मौनी अमावस्या के दिन क्या करें
- मौन व्रत रखें, जिससे मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
- विधि-विधान से पितरों का तर्पण करें।
- गरीबों को अन्न, धन, गर्म कपड़े और अन्य जरूरत की चीजें दान करें, जिससे सुख-समृद्धि और धन लाभ के योग बनते हैं।
- किसी से वाद-विवाद से बचें, क्योंकि ऐसा करने से जीवन में समस्याएं बढ़ सकती हैं।
- शुभ और मांगलिक कार्य इस दिन नहीं करने चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।
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