Navratri 1st Day : कल से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है, और नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की उपासना का महत्व विशेष है। हिंदू धर्म में नवरात्रि को अत्यंत पवित्र माना जाता है। नवरात्रि के पहले दिन, शुभ मुहूर्त में घटस्थापना या कलश स्थापना की जाती है, जो इस दिन की प्रमुख क्रिया है। इसके अलावा, जौ बोने के साथ-साथ कई लोग अखंड ज्योति भी जलाते हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से आरंभ हो रही है और 6 अप्रैल को समाप्त होगी। इन नौ दिनों में भक्त मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं, और यह माना जाता है कि श्रद्धा और भक्ति से की गई पूजा से मां दुर्गा अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं।
मां दुर्गा ने राक्षसों का अंत करने के लिए नौ अलग-अलग रूपों में अवतार लिया था, जिन्हें भक्त नवरात्रि के दौरान पूजा करते हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों में कई लोग मांस, शराब, और प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करते हैं, और इन दिनों को अत्यंत पवित्र मानते हैं।
मां शैलपुत्री भोग रेसिपी
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा में गाय के घी और दूध से बनी खीर का भोग अर्पित किया जाता है। खीर बनाने के लिए गाय का दूध, चीनी, इलायची, साबूदाना, और मखाना जैसे सामान की आवश्यकता होती है। मां को लाल रंग के फूल चढ़ाए जाते हैं और पूजा के दौरान विशेष रूप से गाय के दूध से बनी खीर का भोग अर्पित किया जाता है।
पूजा विधि
नवरात्रि के पहले दिन पूजा करने के लिए सबसे पहले प्रात: स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद मंदिर को साफ करें और अखंड ज्योति प्रज्वलित करें। शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करें और मां शैलपुत्री की पूजा शुरू करें। पूजा के लिए एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर माता का चित्र स्थापित करें और गणपति का आह्वान करें। फिर हाथ में लाल फूल लेकर मां शैलपुत्री का आह्वान करें और उन्हें अक्षत, सिंदूर, धूप, गंध और पुष्प चढ़ाएं। मां के मंत्रों का जाप करें और घी से दीपक जलाकर आरती करें।
मां शैलपुत्री मंत्र
मां शैलपुत्री की पूजा में इस मंत्र का उच्चारण करें:
“ऊं ऐं ह्नीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ शैलपुत्री देव्यै नम:” इस तरह से नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा करके भक्त उन्हें अपनी श्रद्धा और भक्ति अर्पित करते हैं।