29 मार्च 2025 को ज्योतिष के अनुसार एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस दिन शनि देव अपनी वर्तमान राशि कुंभ को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि हर ढाई साल में अपनी राशि बदलते हैं और इस बार वे ढाई साल तक मीन राशि में रहेंगे। शनि के इस परिवर्तन से कुछ राशि वालों को परेशानी उठानी पड़ सकती है, क्योंकि उनकी साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाएगी।
क्यों खास है शनि का यह गोचर?
शनि को ज्योतिष में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वे जब भी राशि परिवर्तन करते हैं तो सभी 12 राशियों पर असर डालते हैं। इस बार 29 मार्च की रात 9:44 बजे शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि को एक चक्र पूरा करने में 30 साल लगते हैं, इसलिए जब भी वे अपनी चाल बदलते हैं तो कुछ राशियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
कौन-कौन सी राशियां होंगी प्रभावित?
शनि के इस गोचर से 5 राशियां मुख्य रूप से प्रभावित होंगी। इनमें से कुछ पर साढ़ेसाती का असर रहेगा, तो कुछ पर ढैय्या का प्रभाव होगा। इस दौरान इन राशि वालों को मानसिक तनाव, धन हानि, स्वास्थ्य समस्याओं और कार्यों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
मेष राशि
मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। इस कारण यह समय कठिनाइयों से भरा रहेगा। कारोबार और नौकरी में दिक्कतें आ सकती हैं। परिवार और करीबी लोग भी विरोध कर सकते हैं। इसके अलावा, इस समय आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि
शनि के गोचर से सिंह राशि वालों पर ढैय्या का प्रभाव रहेगा। इस दौरान चोट लगने की संभावना रहेगी। किसी पुरानी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। माता को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। आपके शत्रु हावी रह सकते हैं, और धन की हानि के कारण मानसिक तनाव हो सकता है।
धनु राशि
धनु राशि वालों पर भी ढैय्या का असर होगा। इस समय आपके लिए आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। घर में कलह की संभावना रहेगी और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। पैरों में चोट लगने की आशंका है, इसलिए सावधानी बरतें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों को थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि उनकी साढ़ेसाती का अंतिम चरण शुरू हो जाएगा। हालांकि, शुरुआत में परेशानियां रह सकती हैं। वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें और जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें। स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी होगा।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए यह समय कठिन रहने वाला है, क्योंकि उनकी साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा। शनि की राहु के साथ युति पिशाच योग बनाएगी, जिससे समय और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। करियर और व्यापार में रुकावटें आ सकती हैं, और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
क्या करें उपाय
अगर आप भी उन राशियों में शामिल हैं, जिन पर शनि का प्रभाव पड़ने वाला है, तो कुछ उपाय अपनाकर नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
हर शनिवार को शनिदेव के मंदिर जाएं और तेल चढ़ाएं।
एक कटोरे में तेल लें, उसमें अपना चेहरा देखें और फिर दान कर दें।
शनिवार को ‘ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र की तीन माला जाप करें।
हनुमान जी की पूजा करें और सुंदरकांड का पाठ करें।
काला छाता, काले जूते-चप्पल और काले तिल का दान करें।
गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
रोज पीपल के पेड़ की पूजा करें और काले कुत्ते, कौवे और गाय को भोजन कराएं।
Disclaimer: यह जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है। पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें News1India इसकी पुष्टि नहीं करता है।