Govardhan Puja : गोवर्धन पूजा पर चाहते हैं श्रीकृष्ण की कृपा? तो भूलकर भी न करें ये गलतियां

Govardhan Puja : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ये कार्य न केवल पूजा का प्रभाव कम कर सकते हैं, बल्कि अनिष्ट का कारण भी बन सकते हैं।

Govardhan Puja : आज गोवर्धन पूजा का पावन पर्व मनाया जा रहा है। भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों को बचाने की स्मृति में मनाए जाने वाला यह दिन हर साल कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को आता है। इस दिन कई धार्मिक नियमों और परंपराओं का पालन किया जाता है ताकि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त हो सके। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ये कार्य न केवल पूजा का प्रभाव कम कर सकते हैं, बल्कि अनिष्ट का कारण भी बन सकते हैं। आइए जानते हैं उन बातों को जिनसे आज के दिन विशेष रूप से बचना चाहिए।

किसी प्रकार का अहंकार या घमंड ना करें

गोवर्धन पूजा का पर्व भगवान श्रीकृष्ण की विनम्रता और दूसरों की रक्षा करने के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। इस दिन अहंकार या घमंड से बचना चाहिए। किसी के साथ कठोर व्यवहार या अभिमान करना शुभ नहीं माना जाता है।

मांसाहार और नशे से दूर रहें

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन मांसाहार या नशे का सेवन वर्जित होता है। यह दिन सात्विकता और शुद्धता का प्रतीक है, इसलिए किसी भी प्रकार के मांसाहार, शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

गरीबों या जरुरतमंदों की उपेक्षा न करें

भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजा के माध्यम से सभी के कल्याण की बात कही है। इसलिए इस दिन जरुरतमंदों को भोजन, वस्त्र या अन्य जरुरी चीजें दान करने का विशेष महत्व है। गरीबों की उपेक्षा करना या उन्हें नजरअंदाज करना अशुभ माना जाता है।

प्रकृति और गोवर्धन पर्वत का अनादर न करें

गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति श्रद्धा प्रकट करने का पर्व है। इस दिन पेड़-पौधों और गोवर्धन पर्वत के प्रतीक के प्रति आदर दिखाना चाहिए। इनका अनादर करने से भगवान श्रीकृष्ण नाराज हो सकते हैं।

जल का अपव्यय न करें

धार्मिक दृष्टिकोण से यह दिन जल और प्रकृति के प्रति आदर और संरक्षण का संदेश देता है। गोवर्धन पूजा के दिन जल का अपव्यय करना अशुभ माना जाता है। जल का सम्मान करें और इसका सदुपयोग करें।

झूठ बोलने से बचें

इस दिन झूठ बोलना भी वर्जित माना गया है। श्रीकृष्ण की पूजा में सच्चाई और ईमानदारी का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन झूठ बोलने, छल-कपट करने या किसी को धोखा देने से बचें।

माता-पिता या बुजुर्गों का अनादर न करें

गोवर्धन पूजा के दिन परिवार में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करना विशेष रूप से आवश्यक है। इस दिन उनके प्रति कोई भी अनादर या अपमानजनक व्यवहार भगवान श्रीकृष्ण को अप्रिय हो सकता है।

गोवर्धन पूजा की सही विधि और शुभ मुहूर्त

आज गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक है। इस दौरान गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाकर पूजा करें, दीप जलाएं, फूल चढ़ाएं और प्रसाद का भोग लगाएं। भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करके पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। गोवर्धन पूजा के दिन इन कार्यों से बचने का उद्देश्य यह है कि पूजा के प्रभाव को अधिक सकारात्मक और लाभकारी बनाया जा सके। इस दिन अपने घर में सकारात्मक वातावरण बनाए रखें, शांति और प्रेम का पालन करें, ताकि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा सभी पर बनी रहे।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. news1india.in इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.

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