Signs of divine blessing in daily life प्रसिद्ध भजन गायिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी जी के एक विचार ने हाल ही में सोशल मीडिया पर खूब ध्यान खींचा। उन्होंने कहा “अगर आप में कुछ विशेष गुण नजर आने लगें तो समझ लीजिए कि यह भगवान का आशीर्वाद है। जब भगवान को आपसे प्रेम हो जाता है, तो वह आपको अपने जैसा बनाना शुरू कर देते हैं।” इस कथन के साथ उन्होंने ऐसे गुणों की बात की है जो तभी प्रकट होते हैं जब कोई व्यक्ति भगवान की कृपा का पात्र बनता है। ये गुण दिखाते हैं कि कोई व्यक्ति आत्मिक रूप से ऊपर उठ रहा है। आइए, इन दिव्य गुणों को आसान भाषा में समझते हैं।
दूसरों के लिए दया और करुणा
जब कोई व्यक्ति दूसरों के दुख को देखकर दुखी हो जाए और उनकी मदद करने की सोचने लगे, तो समझिए कि उसके अंदर भगवान की कृपा काम कर रही है।
माफ करने की आदत
अगर आप दूसरों की गलतियों को दिल से माफ कर देते हैं और मन में कोई बैर या गुस्सा नहीं रखते, तो ये आत्मिक शांति का संकेत है।
सच के लिए प्यार
जो लोग झूठ से दूर रहकर हमेशा सच्चाई का साथ देते हैं, वे भगवान के और करीब होते हैं। सच बोलना और सच का साथ देना ईश्वरीय संकेत है।
ईश्वर के प्रति भक्ति
जब भजन, ध्यान या पूजा में मन लगने लगे और भगवान के प्रति प्रेम बढ़े, तो ये दर्शाता है कि भगवान आपसे प्रेम करने लगे हैं।
हर हाल में संतुष्ट रहना
जिस व्यक्ति को जो मिला हो, उसमें ही वह खुश रहता है और किसी चीज की लालसा नहीं करता, वह भगवान की इच्छा को स्वीकार कर चुका होता है।
निस्वार्थ सेवा की भावना
अगर किसी को बिना किसी उम्मीद के दूसरों की मदद करना अच्छा लगने लगे, तो वह वास्तव में ईश्वर के करीब होता है।
धैर्य और सहनशीलता
कठिन वक्त में भी जो व्यक्ति शांति और धैर्य से काम लेता है, वो दिखाता है कि उसने आत्मिक मजबूती पाई है।
अहंकार से दूर रहना
जिसके अंदर से घमंड खत्म हो जाए और जो विनम्र हो जाए, उसमें भगवान की विशेष कृपा होती है।
सकारात्मक सोच का होना
अगर हर बुरी स्थिति में भी कुछ अच्छा देखने की आदत हो जाए, तो समझिए कि आपके अंतर्मन में भगवान बसने लगे हैं।
रचनात्मकता और कला में रुचि
जैसे संगीत, लेखन, चित्र बनाना या कोई भी कला अपने आप मन को भाने लगे, तो ये भी भगवान का संकेत होता है कि वह आपके भीतर हैं।
भगवान का आशीर्वाद सिर्फ दौलत या सुखों से नहीं बल्कि इन आंतरिक गुणों के रूप में मिलता है।