Astrology: सिर्फ़ एक ही रत्न धारण करने से हो सकते हैं आपको अनेकों लाभ,बस पालन करने होंगे ये नियम

रत्न आपकी सुंदरता और भाग्य को बदलने में मदद कर सकते हैं, लेकिन सही नियमों और ज्योतिषीय सलाह के बिना इन्हें पहनना नुकसानदायक हो सकता है। रत्न खरीदते और पहनते समय शुभ मुहूर्त, गुणवत्ता, वजन और परीक्षण का ध्यान रखें। इससे आप रत्न के सकारात्मक प्रभाव का पूरा लाभ उठा सकते हैं।

Astrology: अक्सर लोग रत्न पहनने का शौक रखते हैं। यह न केवल सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भाग्य को भी बदलने की ताकत रखते हैं। लेकिन, रत्न पहनने से पहले कुछ जरूरी नियम जानना बहुत जरूरी है। बिना सही जानकारी या ज्योतिषीय सलाह के रत्न धारण करना नुकसानदायक हो सकता है।

रत्न पहनने के लिए सही नियम

रत्न पहनने का समय और दिन पहले से तय होता है। इसे सही समय पर पहनने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। साथ ही, रत्न खरीदने का भी शुभ समय देखा जाना चाहिए।

रत्न की गुणवत्ता जांचें

रत्न खरीदते वक्त यह ध्यान दें कि उस पर कोई दाग-धब्बा न हो। टूटा या चटका हुआ रत्न अशुभ माना जाता है और इसका बुरा असर पड़ सकता है।

पहनने से पहले परीक्षण करें

किसी भी रत्न को सीधे पहनने से पहले तीन दिन तक अपने तकिए के नीचे रखकर जांच करें। अगर इस दौरान बुरे सपने नहीं आते या कोई अशुभ घटना नहीं होती, तो रत्न सुरक्षित माना जाता है।

वजन का रखें ध्यान

रत्न का वजन सही होना चाहिए। कोशिश करें कि रत्न का वजन कम से कम पौन रत्ती से ज्यादा हो। इसे शुभ माना जाता है।

ज्योतिषीय सलाह क्यों जरूरी है

हर रत्न हर व्यक्ति के लिए शुभ नहीं होता। सही रत्न का चुनाव आपकी कुंडली और ग्रह स्थिति के अनुसार होता है। इसलिए किसी भी रत्न को पहनने से पहले किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह जरूर लें। बिना सलाह के रत्न पहनने से लाभ के बजाय नुकसान हो सकता है।

रत्न पहनना तभी फायदेमंद है जब इसे सही समय, सही तरीके और सही सलाह के साथ धारण किया जाए। यह आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है, लेकिन लापरवाही करने से इसका उल्टा असर भी हो सकता है। इसलिए, हर कदम सोच समझकर और सावधानी से उठाएं।

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