What Not To Do During Navratri Fasting: आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है और 2 अक्टूबर को दशहरा के साथ इसका समापन होगा। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। भक्त व्रत रखते हैं और मां की भक्ति में लीन रहते हैं। नवरात्रि का समय साधना और तप का माना जाता है, इसलिए इस दौरान कुछ खास नियमों का पालन जरूरी होता है। छोटी-सी गलती भी आपके व्रत को अधूरा बना सकती है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के व्रत में किन बातों से बचना चाहिए।
प्याज-लहसुन क्यों न खाएं?
नवरात्रि में तामसिक भोजन पूरी तरह से मना है। इसमें मांस, मछली, अंडा, प्याज और लहसुन आते हैं। धार्मिक मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय जब दैत्य ने अमृत पी लिया था, तब भगवान विष्णु ने उसे सुदर्शन चक्र से काट दिया। उसके खून से प्याज और लहसुन पैदा हुए, इसलिए इन्हें अशुद्ध और तामसिक माना गया। वैज्ञानिक दृष्टि से भी ये नियम सही हैं। इस समय मौसम बदलता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। प्याज-लहसुन शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं, इसलिए इन दिनों इन्हें नहीं खाना चाहिए।
क्या बाल कटवाना चाहिए?
नवरात्रि साधना और आत्मसंयम का समय है। ज्योतिषियों के अनुसार, इन दिनों दाढ़ी, बाल और नाखून कटवाने से बचना चाहिए। यह केवल बाहरी शुद्धि का ही नहीं, बल्कि आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है। साधकों को अपने शरीर को प्राकृतिक रूप में ही रखना चाहिए।
चमड़े का सामान क्यों न पहनें?
इन दिनों शुद्धता पर जोर दिया जाता है। चमड़े से बनी चीजें जैसे बेल्ट, जूते या पर्स का उपयोग न करने की सलाह दी जाती है। चमड़ा पशु की खाल से बनता है और नवरात्रि के समय पशु-हत्या से जुड़ी वस्तुओं का इस्तेमाल अशुभ माना जाता है।
दिन में सोने से क्यों बचें?
नवरात्रि पूरी तरह से देवी मां को समर्पित होती है। कहा जाता है कि इन दिनों वातावरण में दिव्य ऊर्जा फैली रहती है। इसलिए दिन में सोने से बचना चाहिए और समय पूजा-पाठ, भजन तथा धार्मिक कार्यों में लगाना चाहिए।