Rising Air Pollution in UP:दिवाली के बाद से उत्तर प्रदेश के कई शहरों की हवा जहरीली होती जा रही है। पश्चिम यूपी के मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और खुर्जा जैसे इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 250 के पार दर्ज किया गया है। यह “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। इसके अलावा अन्य शहरों में भी AQI 200 से ऊपर बना हुआ है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं।
वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण पटाखों का धुआं, पराली जलाना और वाहनों का उत्सर्जन बताया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिवाली के बाद हवा में सूक्ष्म कणों (PM 2.5 और PM 10) की मात्रा बढ़ गई है, जिससे हवा जहरीली हो गई है।
पूर्वी यूपी में हवा कुछ बेहतर,लेकिन तापमान में बदलाव
पूर्वी उत्तर प्रदेश में वायु गुणवत्ता पश्चिम की तुलना में थोड़ी बेहतर है। यहां हवा की दिशा बदलने से प्रदूषण कुछ हद तक कम हुआ है। हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक, तापमान में बदलाव जारी है। अब सुबह और रात में हल्की ठंड महसूस होने लगी है, जबकि दिन में मौसम अभी स्थिर है।
पूर्वी यूपी में हवा दक्षिण-पूर्वी दिशा से बहने लगी है, जिससे नमी बढ़ी है। आने वाले एक-दो दिनों में हल्के बादलों के कारण दिन का तापमान थोड़ा घट सकता है, लेकिन रात का तापमान बढ़ेगा।
मौसम में आने वाले दिनों में बदलाव के संकेत
मौसम विभाग का कहना है कि मध्य प्रदेश से सटे इलाकों में बादलों की हलचल बढ़ सकती है। इसका असर कानपुर, झांसी और आसपास के जिलों में भी देखने को मिल सकता है। अगर बादल नीचे की सतह पर बने रहे तो गरज और चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी संभव है।
इस समय बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो अगले 48 घंटों में अवसाद में बदल सकता है। वहीं, अरब सागर से उठे विक्षोभ के कारण भी कई राज्यों में मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिलेगा।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों में हल्की ठंड बढ़ेगी और दिन का तापमान थोड़ा घटेगा। हालांकि, फिलहाल बारिश की संभावना बहुत कम है।
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर शहर इन दिनों वायु प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। लोग सांस संबंधी बीमारियों से परेशान हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अनावश्यक वाहन उपयोग कम करें और अपने घरों के आसपास हरियाली बढ़ाने की कोशिश करें, ताकि जहरीली हवा से कुछ राहत मिल सके।