तलाक के बाद टूट गई थीं सानिया मिर्जा, कहा – “एक वक्त ऐसा था जब मैं डर से कांप रही थी”

टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने हाल ही में अपने जीवन के सबसे कठिन दौर के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि तलाक के बाद अपने बेटे की परवरिश एक सिंगल मदर के रूप में करना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण अनुभव रहा।

Sania Mirza: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने जीवन का बहुत भावनात्मक पहलू साझा किया। उन्होंने बताया कि तलाक के बाद अपने बेटे इज़हान मिर्जा मलिक की परवरिश एक सिंगल मदर के रूप में करना उनके लिए बेहद कठिन रहा। उन्होंने कहा कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब वह डर और घबराहट के कारण कांप रही थीं।

सानिया ने बताया कि उनके जीवन में एक ऐसा दिन आया जब उन्हें एक शो में जाना था, लेकिन अंदर से वह बहुत अस्थिर महसूस कर रही थीं। उन्होंने कहा, “मैं कैमरे के सामने कुछ नहीं कहना चाहती थी, लेकिन उस दिन मैं कांप रही थी।”

तलाक के बाद का मुश्किल वक्त

सानिया का पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से तलाक हो चुका है। दोनों की शादी 2010 में हुई थी और 2018 में उनके बेटे इज़हान का जन्म हुआ था। तलाक के बाद सानिया ने खुद ही बेटे की परवरिश की ज़िम्मेदारी संभाली। 

सानिया ने कहा कि इज़हान के लिए वह सिर्फ माँ नहीं, बल्कि पिता जैसी भूमिका भी निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे की परवरिश में सिर्फ प्यार नहीं, बल्कि अनुशासन और भावनात्मक संतुलन भी जरूरी होता है। उन्होंने कहा, “मैंने सीखा कि सिंगल मदर होना आसान नहीं है, लेकिन अपने बच्चे की मुस्कान सब दर्द भुला देती है।”

करियर और परिवार के बीच संतुलन

सानिया ने यह भी बताया कि एक प्रोफेशनल खिलाड़ी और माँ के बीच संतुलन बनाना बहुत मुश्किल होता है। कई बार उन्हें अपने करियर और बेटे में से किसी एक को प्राथमिकता देनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी वह चाहकर भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पातीं, क्योंकि बेटे को उनकी जरूरत होती है।

उनकी दोस्त और फिल्ममेकर फराह खान ने भी बताया कि एक बार जब सानिया सेट पर आई थीं, तो वह बहुत घबराई हुई थीं, पैनिक अटैक से गुजर रही थीं और उस दिन उन्हें शूटिंग करनी थी, लेकिन उन्होंने सब छोड़ दिया और पजामे और चप्पल में ही वहां पहुंच गई. उस समय फराह ने उन्हें संभाला और कहा कि “तुम्हें अपने बेटे के लिए मजबूत रहना होगा।”

सानिया का संदेश

सानिया मिर्जा ने कहा कि हर महिला जो अकेले अपने बच्चे की परवरिश कर रही है, वह एक सच्ची फाइटर है। उन्होंने कहा, “हम सभी के जीवन में कठिन पल आते हैं, लेकिन हमें रुकना नहीं चाहिए। मैं अपने बेटे के लिए और अपने लिए आगे बढ़ना चाहती हूँ।”

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