यूपी के इस गांव की अनोखी प्रथा, विदाई के वक्त दूल्हे के माता-पिता और भाईयों को कुछ ऐसे दी गई ‘थर्ड डिग्री’ की सजा

गोरखपुर के रहने वाले कुर्बानअली के बेटे का निकाह संतकबीरनगर में एक युवती के साथ हुआ था, दुल्हन की विदाई के वक्त लड़कीपक्ष के लोगों ने दूल्हे के परिवारवालों को पीटा।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के मेंहदावल थाना क्षेत्र के शेखपुर गांव में शादी के बाद बिना दुल्हन के बारात चली गई। प्रथा के अनुसार निकाह के बाद लड़के वाले दुल्हन को विदा कराने आते हैं। इसी के चलते दूल्हे के पिता अपने परिवार के साथ दुल्हन के घर पर गए। विदाई की रस्म के वक्त लड़की वाले भड़क गए और उन्होंने दूल्हे के पूरे परिवार को बंधक बना लिया। सभी के हाथ-पैर रस्सियों से बांध दिए और लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की। मामले में पुलिस ने वर पक्ष की शिकायत के आधार पर 9 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

दरअसल, ये पूरा मामला गोरखपुर जिले के सहजनवा थाना क्षेत्र के डुमरी गांव का है। यहां के निवासी कुर्बान अली ने पुलिस को लिखित तहरीर दी है। कुर्बान अली ने बताया कि उनके बेटे करीम का निकाह संतकबीरनगर के मेंहदावल थाना क्षेत्र के शेखपुर गांव की रहने वाली शमा परवीन के साथ हुआ है। शमा परवीन के मायके वालों ने उन्हें और उनके परिजनों को विदाई की रस्म के लिए अपने घर बुलाया था। विदाई को लेकर बातचीत चल रही थी कि तभी अचानक कन्या पक्ष के कुछ लोग भड़क गए और विवाद शुरू हो गया। कन्यापक्ष के लोगों ने उन्हें परिवार समेत बंधक बना लिया। रस्सी से हाथ-पैर बांध दिए और बेरहमी से पिटाई की।

कुर्बान अली ने अपनी तहरीर में बताया कि, शमा परवीन, खलीफुन्निशा (ग्राम शेखपुर), समीउल्लाह व मशरुर आलम (निवासी बेलवा सेंगर), निशार अहमद (निवासी लोहरसन, थाना बेलहरकला), इम्तियाज (निवासी गुलहरिया, थाना मेंहदावल), आबिदा खातून (निवासी बसडीला, थाना खेसरहा, सिद्धार्थनगर), साबिया खातून (निवासी लोहरसन, थाना बेलहरकला) और साबिर अली (निवासी पसाई लेड़वा, थाना बखिरा) ने मिलकर उन्हें थर्डडिग्री दी। पहले लड़कीपक्ष वालों ने गालियां देनी शुरू की। जब हमने इसका विरोध किया तो बोले ये हमारे यहां की प्रथा है। पीड़ित ने बताया कि मेरी पत्नी ने भी विरोध दर्ज कराया तो लड़की की मां आ गई और उन्हें अनगिनत कंटाप जड़ दिए।

पीड़ित ने बताया कि जब हमने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने मुझे, मेरे बेटे करीम और नसीम, और पत्नी मेहरुन्निशा को रस्सी से बांधकर बेरहमी से मारा-पीटा। कुर्बान अली के मुताबिक, मारपीट में उनके पूरे परिवार को काफी गंभीर चोटें आई हैं। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। मामले में वर पक्ष की तहरीर मिलने के बाद एसओ मेंहदावल सतीश कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी है और इसे गंभीरता से लिया गया है। कुर्बान अली की तहरीर के आधार पर सभी 9 नामजद आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब मामले की छानबीन कर रही है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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