Kidney Failure: सतीश शाह का निधन किडनी फेल्योर से हुआ,जानिए इसके कारण,लक्षण और बचाव

सतीश शाह का निधन गंभीर किडनी फेल्योर के कारण हुआ। यह तब होता है जब किडनी ठीक से काम नहीं करती। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और समय पर जांच की कमी मुख्य कारण हैं।

Satish Shah kidney failure causes symptoms treatment

Satish Shah and Kidney Failure: मनोरंजन जगत के लोकप्रिय अभिनेता सतीश शाह का निधन उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के लिए बहुत बड़ा सदमा है। कई कलाकारों और फैंस ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। जानकारी के अनुसार, सतीश शाह को गंभीर किडनी फेल्योर के कारण हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किडनी फेल्योर एक गंभीर स्थिति है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। यह केवल एक स्वास्थ्य समस्या नहीं है, बल्कि शरीर की जीवनदायिनी प्रणाली को प्रभावित करने वाली स्थिति है। इसलिए इस बीमारी की जानकारी और बचाव उपायों को समझना बेहद जरूरी है।

किडनी फेल्योर क्या है

किडनी फेल्योर, जिसे रीनल फेल्योर भी कहा जाता है, तब होता है जब हमारी गुर्दे (किडनी) अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाते। किडनी का मुख्य काम शरीर से टॉक्सिन्स (जहरीले पदार्थ) और अतिरिक्त पानी निकालना, ब्लड प्रेशर को संतुलित रखना, शरीर में नमक और मिनरल का संतुलन बनाए रखना, और लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) का निर्माण करना है।

जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसके परिणामस्वरूप थकान, कमजोरी, पेशाब में बदलाव और गंभीर मामलों में जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

किडनी फेल्योर के मुख्य कारण

किडनी फेल्योर कई कारणों से हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह दो मुख्य वजहों से होता है:

डायबिटीज (Diabetes)

लंबे समय तक ब्लड शुगर का स्तर अधिक रहने पर किडनी की नसें कमजोर होने लगती हैं। यह धीरे-धीरे किडनी के फिल्टर की क्षमता को कम कर देता है और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते।

हाई ब्लड प्रेशर

लगातार उच्च ब्लड प्रेशर किडनी की रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है। समय के साथ ये नसें कमजोर हो जाती हैं और किडनी खून को ठीक से साफ नहीं कर पाती। इससे किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा किडनी में इंफेक्शन, स्टोन या मूत्र मार्ग में रुकावट भी किडनी की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।

किडनी फेल्योर के प्रकार

तीव्र किडनी फेल्योर

यह अचानक कुछ दिनों या हफ्तों में हो सकता है। दवाइयों, चोट, संक्रमण या किसी अन्य कारण से किडनी अचानक कमजोर हो सकती है। अगर समय पर इलाज किया जाए, तो यह ठीक हो सकता है।

दीर्घकालिक या क्रोनिक किडनी फेल्योर

यह धीरे-धीरे महीनों या सालों में बढ़ता है। इसमें किडनी धीरे-धीरे अपना काम करना बंद कर देती है और पूरी तरह फेल हो सकती है। अंतिम चरण की किडनी रोग End Stage Kidney Disease ESKD में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना जीवन मुश्किल हो जाता है।

किडनी फेल्योर के लक्षण

हाथ, पैर या चेहरे में सूजन

लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना

पेशाब की मात्रा कम होना या रंग बदलना

मतली, उल्टी या भूख कम लगना

सांस लेने में कठिनाई या सीने में भारीपन

ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल

खुजली या त्वचा का सूखापन

यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

किडनी की सुरक्षा और स्वस्थ आदतें

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कुछ आसान लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं:

ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें।

रोजाना पर्याप्त पानी पिएं।

बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक दवाइयां न लें।

संतुलित आहार और नियमित व्यायाम अपनाएं।

डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्ति समय-समय पर किडनी की जांच कराते रहें।

इन आदतों को अपनाने से किडनी की समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है।

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