Satya pal Malik: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के तेवर काफी तल्ख नजर आ रहे है। बता दें कि सत्यपाल मलिक शुक्रवार को सेवानिवृत्त होने से पहले यह स्पष्ट कर दिया है कि वह न किसी राजनीतिक दल में शामिल होंगे और न ही चनाव लड़ेंगे। सेवानिवृत्त होने से पहले मलिक ने कहा, ”हम किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहां होने जा रहें हैं, और न ही कोई चुनाव लड़ेंगे।”
आपको बता दें की मेघालय के राजपाल के रूप में शुक्रवार 30 सितंबर को मलिक का कार्याकाल पूरा हो गया है। केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा, मैं तो पहले से ही इस्तीफा जेब में लिए घूम रहा था। अब मैं आजाद हूं, कुछ भी कर सकता हूं, जेल जा सकता हूं।
वहीं किसानों के समर्थन में आवाज उठाने वाले मुद्दे पर उन्होंने कहा, वो मुझे सजा देने की कोशऱिश करेंगे। वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते है। मेरी 100 जांच करा दें, अपनी एक करा दें तो पता चल जाएगा। मैं तो अपनी जांच कराने को तैयार हूं ये कराने को तैयार हैं क्या। मेरे खिलाफ कोई इंक्वायरी नहीं हो सकती कोई मुकदमा नहीं हो सकता, मै पां कुर्तों में गया था और पांच कुर्ते वापस लेकर घर लौटा हूं। मैं फकीर हूं।
‘ये भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं… मैं इस बहकावे में नहीं’
जब बात करप्शन के खिलाफ आवाज उठाने पर हुई तब उनसे सवाल पूछा गया तो सत्यपाल मलिक बोले, मैंने इनको दो मामले बताए लेकिन कोई जांच नहीं हुई। एक मंत्री का नाम बताया कि फोन करता है आपके यहां से बोल रहा है, उसके बारे में कहा गया कि हटाएंगे पर हटाया नहीं गया। इसी तरह मैंने गोवा में भ्रष्टाचार बताया, तो कहने लगे कि आपकी जानकारी गलत है। मैनें कहा कि मेरी जानकारी सही है लेकिन उसे अभी भी वहीं रखे हुए हैं मुझे मेघालय भेज दिया। तो मैं इनके इस नारे में नहीं आता हूं कि ये भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं।
जिस चुनाव को लेकर हर नेता अपना दांव खेलने की तैयारी में लगा हुआ है तो वहीं राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 2024 में होने वाले चुनाव को लेकर कहा, ‘ मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा लेकिन वहां जाऊंगा और लड़ाई में मदद करूंगा। मैं बिल्कुल नहीं चाहता कि 2024 में एनडीए और बीजेपी रिपीट हो। जेल जाना पड़ा तो जेल जाऊंगा किसानों के लिए, न किसी पार्टी में जाऊंगा न चुनाव लडूंगा।’