बेगूसराय: सावन का आखिरी और चौथा सोमवार 8 अगस्त 2022 को था. सावन सोमवार का भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष महत्व होता है. सावन सोमवार का व्रत करने वालों की हर मनोकामना भगवान शिव पूरी करते हैं. भोलेनाथ स्वभाव से बहुत ही भोले हैं, बस एक लौटा जल से ही वे प्रसन्न हो जाते हैं.
पिछले 48 घंटे से बेगूसराय का एक-एक हिस्सा शिव भक्ति के रंग में रंगा हुआ देखा गया. कल अंतिम सवारी के पावन अवसर पर शिवालयों में जहां दिन भर भक्तों की भीड़ उमड़ी देखी गई. रात में बेगूसराय के तीन सौ से ज्यादा शिवालयों में भव्य श्रृंगार कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस खास मौके पर कहीं बाबा बर्फानी का स्वरूप बना तो कहीं कमल के भोले शंकर के दर्शन हुए. कई अगल-अलग स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए और लोगों ने श्रृंगार और विशेष आरती पूजा के बाद भक्ति गानों की धुन पर लोग झूमते रहे.
सबसे भव्य शिविर का आयोजन जिला मुख्यालय काली स्थान व कर्पूरी स्थान पर किया गया. काली स्थान में भोले शंकर का हिम निर्मित रूप दिखाया गया था, और कर्पूरी स्थान में कमल से महाकाल बनाया गया था.
वहीं मिथिला के पवित्र शिवालय बाबा हरिगिरी धाम गढ़पुरा में भव्य शिव श्रृंगार का आयोजन किया गया. जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्रृंगार देखने के लिए उमड़े, इसके बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलधारी पूजा की.
Read Also – Sawan Last somwar 2022: सावन का अंतिम सोमवार आज, हर काम होगा सफल, इस विधि से करें भगवान शंकर की पूजा