
हरियाणा के 23 वर्षीय निशानेबाज ने 2024 पेरिस ओलंपिक की निराशा की भरपाई अपने स्थिर प्रदर्शन से की, जिसमें उन्होंने पहले तीसरे स्थान के लिए शूट-ऑफ में जीत हासिल की और फिर यूक्रेन के मैक्सिम होरोडीनेट्स की चुनौती को पार करते हुए 28 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता।
जब अनीश भनवाला पेरिस ओलंपिक में 13वें स्थान पर रहे और शैटॉरॉक्स शूटिंग रेंज में छह-पुरुषों के फाइनल में जगह नहीं बना पाए, तो उन्होंने अपने पिता जगपाल भनवाला को फोन किया। बातचीत इस बात पर केंद्रित रही कि उनका पहला ओलंपिक अनुभव एक सकारात्मक सीख था और यह अनुभव उनके आगे के करियर को कैसे आकार देगा। रविवार शाम, भनवाला, जिन्होंने पिछले दो वर्षों में तेज़ी से प्रगति की है, मिस्र के काहिरा में आयोजित World Championships में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर स्पर्धा में रजत पदक जीतकर पदक जीतने वाले पहले भारतीय निशानेबाज बन गए।
अनीश भंवला ने शूटींग वर्ल्ड चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। उन्होंने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए पहला पदक जीता।
फाइनल मुकाबले में अनीश ने अपनी स्थिरता और सटीक निशानेबाजी से प्रतियोगियों को पीछे छोड़ दिया। इस जीत ने न केवल उनके करियर को नया मुकाम दिया, बल्कि भारतीय शूटिंग खेल के लिए भी गौरवपूर्ण क्षण साबित हुआ।
अनीश की इस सफलता से देशभर में उत्साह का माहौल है और युवा खिलाड़ियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बन गई है।