इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने मंगलवार 19 जुलाई को अपना आखिरी वनडे मुकाबला खेला। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच हुआ पहला वनडे मैच बेन स्टोक्स के करियर का आखिरी एकदिवसीय मैच था। 31 साल के स्टोक्स ने इससे एक दिन पहले यानी 18 जुलाई को ही अपने संन्यास की जानकारी दे दी थी। उन्होंने अपने प्रदर्शन और फिटनेस का हवाला देते हुए कहा था कि वह अब सिर्फ टेस्ट और टी20 क्रिकेट में अपनी ताकत लगाना चाहते हैं।
स्टोक्स ने पूर्व कप्तान नासिर हुसैन से बातचीत में स्वीकारा कि भारत के खिलाफ पहले वनडे में फेल होने पर उन्हें झटका लगा और उन्होंने इसके बाद दूसरे खिलाड़ियों को मौका देने का फैसला किया।
इंग्लैंड को 2019 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाने और फाइनल में मैच जिताऊ पारी खेलने वाले स्टोक्स अपना आखिरी मैच डरहम के अपने घरेलू मैदान पर खेला। मैच में उतरने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
हालांकि इस मैच में भी उनका प्रदर्शन खराब रहा, वे मात्र 5 रन बनाकर आउट हो गए,इसके अलावा गेंदबाजी में भी वे कोई विकेट नहीं ले सके। इस मैच को दक्षिण अफ्रीका ने 62 रनों से जीता।
दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इंग्लैंड को गेंदबाजी के लिए बुलाया। ऐसे में इंग्लिश टीम जब फील्डिंग के लिए उतरी तो स्टोक्स सबसे आगे और पहले मैदान पर पहुंचे। इस दौरान उन्हें इंग्लैंड के झंडे के साथ सम्मान दिया गया।
बता दें कि स्टोक्स ने 2011 में आयरलैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने अपने एकदिवसीय करियर में 2919 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक और 21 अर्धशतक निकले। स्टोक्स को 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल में उनकी 84 रनों की नाबाद पारी के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी उस पारी की वजह से इंग्लैंड पहली बार वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही।
स्टोक्स के लिए हालांकि भारत के खिलाफ पिछले हफ्ते खत्म हुई वनडे सीरीज निराशाजनक रही। उन्होंने तीन मैचों में सिर्फ 48 रन बनाए और एक भी विकेट नहीं ले पाए।