बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत की ओर से 1 अगस्त को जूडो की 48 किलोग्राम केटेगरी में सुशीला देवी(sushila devi) ने दूसरा स्थान प्राप्त कर सिल्वर मेडल जीता। सेमी फाइनल में सुशीला देवी(sushila devi) ने मॉरिशस की प्रिसकिला मोरांड को हराया था जिसके बाद फाइनल मे उनका मुकाबला दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई से हुआ जहां वे हार गईं लेकिन सेमीफाइनल में जीत के साथ ही उन्होने अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था।
सुशीला देवी(sushila devi) और मिकेला व्हाइटबूई के बीच फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक हुआ। दोनों जुडोकाओं ने एक-दूसरे को हावी हेने का कोई मौका नहीं दिया। आखिरी व्हसिल तक दोनों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई और नियमित समय तक दोनों जुडोकाओं को अंक नहीं मिले। इसके बाद गोल्डन स्कोर पीरियड में मुकाबला गया, जहां दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई ने गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने सुशीला देवी(sushila devi) के कंधे मैट पर टच कराए, जिससे अंक जीतने में सफल रहीं।
बतो दें 27 वर्षीय सुशीला देवी(sushila devi) मणिपुर की हैं और मणिपुर पुलिस में सब इंस्पेक्टर भी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में तो उन्होने सिल्वर मेडल जीता ही साथ ही इससे पहले वे 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर जीता था। इतना ही नहीं सुशीला देवी(sushila devi) ने 2015 में जूनियर एशियाई चैंम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था।