क्या खेल के मैदान पर सैकड़ों लोगों के एक साथ मर जाने की खबर आपने कभी सुनी है? यकीकन नहीं सुनी होगी लेकिन लेकिन 1 अक्टूबर को इंडोनेेशिया में कुछ ऐसा हुआ जिसने फुटबॉल मैच के प्रति लोगों का नजरिया ही बदल कर रख दिया। दरअसल 1 अक्टूबर को इंडोनेेशिया के ईस्ट जावा प्रांत में फुटबॉल मैच के दौरान प्रशंसकों के बीच पहले हिंसा हुई और बाद में उससे भगदड़ मच गई। ये भगदड़ और हिंसा इतने बड़े स्तर पर थी कि महज कुछ ही समय में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गवां दी। पहले मरने वाले लोगों की संख्या 129 बताई गई, इसके बाद पूर्वी जावा के डिप्टी गवर्नर एमिल दर्डक ने रविवार को स्थानीय मीडिया से कहा है कि इस भगदड़ में 174 लोगों की जान गई है।

हुआ क्या था?
दरअसल पूर्वी जावा के मलंग रीजेंसी में हुए इंडोनेशियाई लीग फुटबॉल मैच में अरेमा को 3-2 से हराने के बाद जावानीस क्लब अरेमा और पर्सेबाया सुरबाया के समर्थक आपस में भिड़ गए।
पुलिस के मुताबिक हारने वाली टीम के समर्थकों ने हमला किया। इस पर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इसके बाद भगदड़ मच गई। इंडोनेशिया के खेल मंत्री जैनुद्दीन अमली ने कहा है कि मंत्रालय फुटबॉल मैचों में सुरक्षा का पुनर्मूल्यांकन करेगा।
दुनिया भर में पिछले चार दशक में फुटबॉल मैच के दौरान हुई हिंसा, भगदड़ और अग्निकांड में इंडोनेशिया में मारे गए इन लोगों समेत करीब 838 लोगों की जान जा चुकी है।