Mohali Kabaddi Player Murder Case: मोहाली में मशहूर कबड्डी खिलाड़ी राणा बलाचौरिया की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस केस में शामिल गैंगस्टर हरपिंदर सिंह उर्फ मिड्डू का पुलिस एनकाउंटर हो गया, जिसमें वह घायल हुआ और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मिड्डू तरनतारन का रहने वाला था और घनश्यामपुरिया गैंग से जुड़ा हुआ था, जो बंबीहा गैंग का सहयोगी माना जाता है।
पुलिस के मुताबिक, हरपिंदर उर्फ मिड्डू शूटर नहीं था, लेकिन वह पूरी साजिश में अहम भूमिका निभा रहा था। वह ग्राउंड लेवल पर रहकर आरोपियों को जानकारी और लॉजिस्टिक सपोर्ट दे रहा था। जब पुलिस ने उसे मोहाली के लालड़ू इलाके में घेर लिया और सरेंडर करने को कहा, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ। इस एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए।
अब तक दो गिरफ्तार, एक एनकाउंटर में ढेर
मोहाली के SSP हरमनदीप सिंह हंस ने बताया कि 15 दिसंबर को हुई इस हत्या में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें पहला नाम एशदीप सिंह का है, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वह डोनी बल गैंग का हैंडलर और को-ऑर्डिनेटर था और इसी ने पूरी हत्या की योजना बनाई थी। एशदीप 25 नवंबर को रूस से भारत आया था और वारदात के बाद देश छोड़ने की फिराक में था।
एशदीप की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर जुगराज सिंह को अमृतसर से पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि जुगराज भी साजिश में शामिल था और गैंग के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था। वहीं, हरपिंदर उर्फ मिड्डू को इसी इनपुट के आधार पर ट्रेस किया गया था।
हत्या में 5–6 लोग थे शामिल
पूछताछ में सामने आया है कि इस हत्या में कुल पांच से छह लोग शामिल थे। इनमें दो एक्टिव शूटर थे और बाकी लोग उन्हें बाइक, गाड़ी और दूसरी मदद मुहैया करा रहे थे। हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक और एक अन्य वाहन को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
शूटरों की पहचान सामने आई
पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान भी उजागर की है। SSP के अनुसार, हमलावरों के नाम आदित्य कपूर और करण पाठक हैं, जो अमृतसर के रहने वाले हैं। इनकी तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं। पुलिस का कहना है कि यह हत्या कबड्डी जगत में दबदबा बनाने की साजिश का हिस्सा थी।
सिद्धू मूसेवाला केस से कोई संबंध नहीं
SSP हरमनदीप हंस ने साफ किया है कि इस हत्याकांड का सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस से कोई लेना-देना नहीं है। बंबीहा गैंग ने भले ही सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी ली हो, लेकिन पुलिस जांच में सामने आया है कि राणा बलाचौरिया का नाम कभी किसी आपराधिक मामले में नहीं रहा।



