बता दें मैच के चौथे दिन भारतीय टीम की दूसरी पारी के 8वें ओवर के दौरान भारतीय युवा बल्लेबाज शुभमन गिल, सकॉट बॉलेंड(SCOTT BOLAND) की गेंद पर बल्ले का किनारा लगा बैठे थे और गेंद गली पर फील्डिंग कर रहे कैमरून ग्रीन(Cameron Green) के पास चली गई। जैसे तैसे ग्रीन ने कैच तो लपक लिया था लेकिन वो साफ नहीं था। गेंद सिर्फ 2 अंगुलियों के बीच थी और ज्यादा एंगल देखे बिना ही फील्ड और थर्ड अंपायर ने गिल को आउट करार दे दिया था।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अंपायरों को काफी ट्रोल किया गया था। इतना ही नहीं बल्कि विरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रवि शास्त्री जैसे दिग्गजों ने साफ साफ शुभमन को नॉट आउट बताया।
इन सब से परे खुद शुभमन गिल ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी लगाई जिसमें कैच के स्क्रीनशॉट के साथ गिल ने तालियों की ईमोजी लगाईं थी। गिल द्वारा लगाई गई यही तस्वीर ICC को खल गई।
ICC ने इसे अंपयार के फैसले की आलोचना माना और अपने कोड ऑफ कंडक्ट के अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन मानते हुए उनपर 15% मैच फीस का जुर्माना लगाया।
क्या है अनुच्छेद 2.7 –
ICC के कोड ऑफ कंडक्ट का अनुच्छेद 2.7 एक अंतर्राष्ट्रीय मैच में होने वाली घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना या अनुचित टिप्पणी करने से है। जिसके लिए मैच टेलिवीजन अंपयार द्वारा उचित दंड का प्रावधान है।
शुभमन गिल के केस में टेलिवीजन अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने फैसला सुनाया कि गिल को आउट करने के लिए कैमरून ग्रीन द्वारा लिया गया कैच सफाई से लिया गया था, गिल ने बाद में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जो फैसले पर सवाल उठाता नजर आया।