Smriti Mandhana Palash Muchhal Breakup: भारतीय क्रिकेट स्टार स्मृति मंधाना ने आखिरकार अपनी शादी की अटकलों पर चुप्पी तोड़ते हुए साफ कर दिया है कि संगीतकार पलाश मुछाल के साथ उनकी शादी अब नहीं होगी और रिश्ता यहीं खत्म माना जाए। इंस्टाग्राम पर जारी बयान में उन्होंने लिखा कि पिछले कई हफ्तों से चल रही चर्चाओं के बाद अब ज़रूरी है कि वह खुद स्पष्ट करें कि “वेडिंग इज़ कॉल्ड ऑफ” और दोनों परिवारों को प्राइवेसी दी जाए।
कैसे शुरू हुई शादी और फिर विवाद?
स्मृति मंधाना और पलाश मुछाल 2019 से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे और 2024 में दोनों ने अपने रिश्ते को सार्वजनिक किया था। दोनों की शादी 23 नवंबर 2025 को तय मानी जा रही थी, लेकिन समारोह से ठीक पहले स्मृति के पिता की तबीयत बिगड़ने और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद शादी “अनिश्चितकाल के लिए टालने” की खबर आई। इसके कुछ ही दिनों बाद स्मृति ने सोशल मीडिया से अपनी प्री-वेडिंग पोस्ट्स हटा दीं, जिससे ब्रेकअप और धोखे की अटकलें तेज हो गईं।
मीडिया रिपोर्टों में यह भी कयास लगाए गए कि पलाश पर अपनी एक्स-फियांसे और चैट्स को लेकर किए गए आरोपों ने भी रिश्ते पर दबाव बढ़ाया, हालांकि इस बारे में दोनों में से किसी ने सार्वजनिक तौर पर विस्तार से बात नहीं की।
स्मृति मंधाना ने क्या कहा?
स्मृति ने अपने बयान में लिखा कि वह बहुत प्राइवेट व्यक्ति हैं, लेकिन लगातार चल रही अफवाहों के बीच यह बताना ज़रूरी है कि शादी अब नहीं होगी और वह चाहती हैं कि इस मामले को यहीं खत्म माना जाए। उन्होंने फैंस और मीडिया से अपील की कि दोनों परिवारों को इस स्थिति से उबरने के लिए स्पेस दिया जाए और अनावश्यक अटकलों से बचा जाए।
साथ ही स्मृति ने यह भी साफ किया कि उनका पूरा फोकस आगे भी क्रिकेट पर ही रहेगा और वह भारत के लिए अधिक से अधिक ट्रॉफी जीतने को अपना “हायर पर्पज़” मानती हैं।
सोशल मीडिया और फैन्स की प्रतिक्रिया
शादी टलने की खबर के बाद से ही फैन्स ने स्मृति की कुछ नई पोस्टों में उनकी इंगेजमेंट रिंग मिसिंग होने और वेडिंग कंटेंट डिलीट होने पर सवाल उठाए थे। अब उनके आधिकारिक बयान के बाद बड़ी संख्या में फैंस ने कमेंट सेक्शन में उनका समर्थन करते हुए उन्हें मानसिक शांति, मजबूती और बेहतर करियर की शुभकामनाएं दी हैं।
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि निजी जीवन की उथल-पुथल के बावजूद स्मृति का मैदान पर फोकस और प्रोफेशनलिज़्म बरकरार रखना यह दिखाता है कि वह आने वाले वर्षों में भी भारतीय महिला टीम की रीढ़ बनी रहेंगी।



