स्मृति मंधाना ने हाल ही में साफ कहा कि उनकी ज़िंदगी में सबसे ज़्यादा प्यार क्रिकेट से है और वह किसी भी चीज़ से ज्यादा इस खेल को ही चाहती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जर्सी पहनना उनके लिए सबसे बड़ा मोटिवेशन है और मैदान पर उतरते ही वे बाकी सारी परेशानियां भूलकर सिर्फ टीम इंडिया की जिम्मेदारी के बारे में सोचती हैं।
क्रिकेट ही है सबसे बड़ा प्यार
एक शो में शादी टूटने की खबरों के बीच स्मृति से पूछा गया कि उन्हें जिंदगी में सबसे ज्यादा प्यार किससे है। उन्होंने जवाब दिया, “I don’t think I love anything more than cricket”, यानी “मुझे नहीं लगता कि मैं जिंदगी में क्रिकेट से ज्यादा किसी चीज़ से प्यार करती हूं।”
स्मृति ने बताया कि जैसे ही खिलाड़ी भारतीय टीम की जर्सी पहनते हैं, वे अपने निजी जीवन की सारी समस्याएं साइड में रख देते हैं, क्योंकि उस समय उनके ऊपर देश के लिए खेलने की जिम्मेदारी होती है और यही सोच उन्हें हर दिन बेहतर बनने के लिए प्रेरित करती है।
उन्होंने कहा कि बचपन से ही उन्हें बल्लेबाज़ी का “पागलपन” रहा है, और उन्होंने हमेशा खुद को वर्ल्ड चैंपियन कहलाने का सपना देखा था; हालिया वर्ल्ड कप जीत को उन्होंने अपने 12 साल के अंतरराष्ट्रीय सफर का सबसे खास इनाम बताया।
परिवार और फैंस से जुड़ाव, लेकिन प्राथमिकता क्रिकेट
स्मृति ने यह भी स्वीकार किया कि उनकी जिंदगी में परिवार और फैंस की जगह बहुत खास है; पिता श्रीनिवास मंधाना, मां स्मिता और भाई श्रवण उनके करियर के सबसे बड़े सपोर्ट सिस्टम रहे हैं। लेकिन उन्होंने साफ कहा कि समय और प्राथमिकताएं ऐसी हैं कि वे अपने करियर, टीम और देश को पहले रखती हैं, और इसी कारण उन्हें ऐसा साथी चाहिए जो उनके खेल को समझ सके और इस बात को स्वीकार करे कि वह हमेशा उसे उतना समय नहीं दे पाएंगी।
