मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने के मामले को लेकर एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसीने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वीडियो नहीं आता तो नहीं बोलते प्रधानमंत्री। वहीं दो महीने से क्या हो रहा है, ये भी बताएं। पीएम मोदी को सीबीआई जांच के आदेश देने चाहिए। प्रधानमंत्री को दो महीने बाद याद आया कि वहां कुकी समुदाय का नरसंहार हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने मजबूरन रिएक्त किया है क्योंकि वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो चुका है। कैसे महिलाओं को पुलिस कस्टडी निकालकर, उनके कपड़े फारकर, उनके पिता -भाई का कत्ल करके , खेत में ले जाकर 15 साल का लड़का 40 साल की महिला का रेप करता है। अगर वीडियो नहीं निकला तो प्रधानमंत्री रिएक्ट नहीं करते।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि दो महीने में 130 चर्चो को जला दिया गया। 6 हाजार हथियारों को लूटा गया है। 60 हाजार गोलियों को लूट लिया गया। 50 हजार लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं और देश के प्रदानमंत्री 2 महीने बाद अपनी तकलीफ का इजहार करते हैं। ये ठीक 50 हाजार लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं और देश के प्रधानमंत्री 2 महीने बाद अपनी तकलीफ का इजहार करते हैं। ये ठीक नहीं है। कश्मीर में ऐसा होता तो पता नहीं कितने लोग मार दिए जाते।
SC ने मणिपुर मामले का संज्ञान लिया
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी मणिपुर के मामले का संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर सरकार से पूछा है कि अभी तक अपराधियों को सजा दिलाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि केंद्र और राज्य सरकार अब तक लिए गए एक्शन की जानकारी अदालत को दें।