Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
'मोदी के घर' में घुसी 'अखिलेश की साइकिल', गुजरात में पहली बार खुला SP

‘मोदी के घर’ में घुसी ‘अखिलेश की साइकिल’, गुजरात में पहली बार खुला SP का खाता, कांधल जडेजा ने दर्ज की जीत

मैनपुरी लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली सपा पार्टी को गुजरात को भी बड़ी खुशी मिली है। बता दें कि सत्ता में काबिज बीजेपी पार्टी ने गुजरात में धमाकेदार जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के आंकड़ो के अनुसार अभी तक बीजेपी ने 182 में से 156 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस ने 27 और आप पार्टी ने 13 फीसदी सीटों पर विजय परचम लहराया है। इन सब के बीच से एक सीट से अखिलेश की साइकिल भी संसद पहुंच गई। वहीं बीजेपी की ये जीत राज्य के इतिहास में किसी भी पार्टी को मिली सबसे बड़ी जीत है।

कुटनिया सीट से सपा प्रत्याशी की जीत

गुजरात चुनाव के इन नतीजों के बाद से बीजेपी में जश्न का माहौल है। प्रदेश भर में जगह-जगह बीजेपी कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों बचा कर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव के इन आंकड़ों के बीच अखिलेश यादव के लिए भी खुशी की बात है। दरअसल गुजरात के पोरबंदर में स्थित कुटनिया सीट से सपा प्रत्याशी कांधलभाई जडेजा जीत दर्ज की है।

NCP ने काटा टिकट तो हुए साइकिल पर सवार

आपको बता दें कि कांधलभाई जडेजा संतोखबेन सरमनभाई जडेजा के बेटे हैं। जिन पर ‘गॉडमदर’ फिल्म भी बन हुई है। माना जाता है कि उनकी इस सीट पर गहरी पकड़ है। इससे पहले भी वह इसी सीट से एनसीपी के टिकट पर दो बार चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन एनसीपी ने इस बार उनका टिकट काट दिया। जिसके बाद वह अखिलेश के साइकिल पर सवार हो गए।

इस बार के उनका मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी ढेलिबेन ओदेदरा से था। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी नाथाभाई ओदेदरा और आप पार्टी से भीमाभाई मकवाना भी कुटनिया सीट से चुनाव मैदान में थे।

ये भी पढ़े-राज बदला, रिवाज बरकरार, BJP की झोली से कांग्रेस के दामन में गिरा हिमाचल, जयराम ने वोटों की गिनती से पहले दिया इस्तीफा

Exit mobile version