केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हिंसा के बीच अपने दो दिवसीय दौरे पर बिहार गए हैं। जहां उन्होंने रविवार को नवादा में जनसभा की। इस दौरान ग्रह मंत्री ने सासाराम की जनता से माफी मांगी, क्योंकि हिंसा के चलते शाह सासाराम में रैली नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि मैं अगली बार जब भी बिहार आऊंगा तो सासाराम जरूर आऊंगा।
‘आप शांति व्यवस्था नहीं संभाल पाए तो हमें…’
वहीं इस बीच अमीत शाह ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं सासाराम से क्षमा मांगना चाहता हूं। साथ ही जनता से ये कहना चाहता हूं कि जल्द ही हम आएंगे और सासाराम में महान सम्राट अशोक की स्मृति में सम्मेलन करेंगे। मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि जल्द ही सासाराम में शांति की स्थापाना हो। क्योंकि इस बारे में सरकार को कहने का कोई मतलब नहीं है। जब मैंने राज्यपाल से बात की तो ललन सिंह बुरा मान गए। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मैं पूरे देश का गृह मंत्री हूं और बिहार भी इसी देश का हिस्सा है। राज्य सरकार शांति व्यवस्था नहीं संभाल पाए तो हमें चिंता करनी पड़ती है।
‘न तेजस्वी CM बनेंगे और न नीतीश बाबू PM, क्योंकि…’
उन्होंने लालू प्रसाद यादव को जंगलराज का प्रणेता बताते हुए कहा कि नीतीश बाबू सत्ता की भूख ने आपको लालू की गोदी में बैठने को मजबूर कर दिया। लेकिन हमारी कोई मजबूरी नहीं है। हम जन-जन के बीच जाएंगे। लोगों की समस्या सुलझाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि मैंने ऐसी स्वार्थी सरकार नहीं देखी। जो सत्ता की लालची है, बस सिर्फ अपने बारे में सोचती है।
शाह ने आगे कहा कि मैं आज लालू जी को भी कहने आया हूं कि आप नीतीश बाबू को जानते हैं। पीएम तो वो बनने से रहे, क्यों वहां जगह खाली नहीं है। देश की जनता तीसरी बार भी पीएम मोदी को ही प्रधानमंत्री चुनेगी। न तेजस्वी सीएम बनेंगे और न नीतीश पीएम।
‘राज्य में भ्रष्टाचार का B, अराजकता का A और दमन का D की सरकार’
ने आगे कहा कि बिहार में बुरी नीयत और बुरी नीति की सरकार है। राज्य में भ्रष्टाचार का B, अराजकता का A और दमन का D, इन तीनों से मिलकर सरकार बनी है। इसे उखाड़कर फेंक देना है। ‘नीतीश बाबू आपने अपने जीवन में कई पार्टियां बदली और कई लोगों को धोखा दिया। लेकिन जिस UPA में आप लालू के साथ गए हैं, उसने बिहार को क्या दिया है’