भोपाल। मध्य प्रदेश चुनाव की पहली बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के साथ कमेटी के सदस्यों ने मिलकर 100 उम्मीदवारों के नामों पर सहमति जताई है. इनमें अधिकांश वर्तमान विधायकों के नाम शामिल हैं. इसमें अजय सिंह, मुकेश नायक, सुरेश पचौरी, और रामनिवास रावत जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं. जो 2018 में चुनाव चुके हैं.
पार्टी में टिकट बंटवारे पर तनातनी
इस पूरे मामले में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने टिकट बांटने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है. पार्टी ने कई प्रकार के सर्वे और प्रभारी नेताओं की रिपोर्ट के बाद इन नामों की तलाश की है. पार्टी का दावा है कि जिनके नाम तय हुए हैं. उन्हें पहले ही बता दिया गया है कि उन्हें चुनाव लड़ना है और तैयार रहना है. इसके बावजूद भाजपा ने दावा किया है कि कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में झगड़े हुए हैं और टिकट बांटने के मामले में तनातनी हुई है.
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कांग्रेस बनी भगदड़ पार्टी- भाजपा
बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि कांग्रेस एक भगदड़ पार्टी बन गया है और बड़े नेता लड़ाई से भाग रहे हैं. दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. अरुण यादव ने लड़ने से मना कर दिया है और कमलनाथ का भी लड़ने का मन नहीं है. इसलिए सभी कांग्रेस नेताओं का पलायन हो रहा है. मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं और भाजपा ने 79 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिनमें वे तीन बार से हारते जा रहे हैं.