मेरठ: बीएसपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी का बेटा इमरान कुरैशी अवैध रूप से मेरठ में मीट प्लांट चला रहा था। बिना किसी लाइसेंस के मीट प्लांट में मीट प्रोसेस किया जा रहा था। अवैध रूप से ये मीट प्रोसिस करने का काम लम्बे समय से चल रहा था और संबंधित विभागों की इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस ने एक सूचना के आधार पर कई विभागों की टीम के साथ छापा मारा तो प्रोसेसिंग यूनिट चलती मिली। मौके से 25 टन मीट और 6 टन बिना प्रोसिस हुआ मीट बरामद किया गया। इस मामले में खरखोदा थाना में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी उनके बेटे अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी इमरान कुरैशी दूसरे बेटे फिरोज याकूब की पत्नी संजीदा सहित 14 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करा दिया गया है, जिनमे से 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, पुलिस ने एक सूचना के आधार पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बाट माप विभाग, एमडीए, बिजली विभाग सहित कई विभागों के साथ हापुड़ रोड़ पर अलीपुर में अल फहीम मीटेक्स प्लांट पर छापा मारा था। जहां बिना किसी लाइसेंस के मीट प्रोसिस किया जा रहा था। एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी का कहना है कि मुकद्दमा दर्ज कर लिया है और गैंगेस्टर की भी कार्यवाही की जा रही है।
उधर, इस मामले में डीएम के बालाजी ने भी सख्त रुख अपना लिया है। चूंकि बिना किसी लाइसेंस के खरखोदा के अलीपुर में ये अवैध मीट प्लांट चल रहा था तो ऐसे में कई विभागों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। ऐसे विभागों के लापरवाह अफसरों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है। जिनमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, मेरठ विकास प्राधिकरण, पशुपालन विभाग, बाट माप विभाग, बिजली विभाग के अफसर जांच के दायरे में आ गए हैं। क्योंकि अवैध रूप से मीट प्लांट चलता रहा लेकिन न तो किसी को पता चला या जानबूझकर अफसर अनजान बने रहे। डीएम का कहना है कि अवैध कटान हो रहा था या नही इसकी जांच की जा रही है और लापरवाह अफसरों पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।