फतेहपुर: फतेहपुर में गोवंश की दुर्दशा का ऐसा नजारा सामने आया है, जिसे देखकर हर किस की रूह कांप जाती है, मामला जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्मणपुर (करसूमा) गांव की नंदी गोशाला का है,यहां पर अन्ना मवेशियों से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए बनाई गई गोशाला की हालत बद से बदतर हैं, लक्ष्मणपुर गांव में रोड के किनारे स्थित गोशाला में गोवंशों कि स्थिति देखकर राहगीरों की चर्चा का विषय जिला मुख्यालय तक पहुंच गया,सूचना मिलते ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता गोशाला पुहंच गये, तड़ती गायों और गोवंशो को देखकर नारेबाजी करने लगे।
वहीं गोशाला की देखरेख करने वाले मातहतों और प्रशासन पर अनदेखी का अरोप लगाया, हंगामे की सूचना पर प्रशासन मौके पर पहुंचा, जहां मवेशी मृत पाए गये,बीडीओ लालजी यादव ने प्रधान, पंचायत सचिव और गोशाला सुपरवाइजर पर मुकदमा दर्ज कराया है, इसके बाद पशु चिकित्सकों ने चार मवेशियों का पोस्टमार्टम किया है,गोशाला में लगभग 400 से अधिक मवेशी हैं, जिसमें करीब 35 मवेशी बीमार पड़े हैं,शनिवार सुुबह इसकी पोल तब खुल गई, जब ठंड से मरे मवेशियों को गुपचुप तरीके से दफनाया जा रहा था,यह देख ग्रामीण इकट्ठा हो गए और मवेशियों को दफनाए जाने का विरोध किया, सूचना पर पहुंचे विहिप के लोगों ने आरोप लगाया कि मरे मवेशियों के साथ बीमार पड़े जिंदा मवेशियों को भी दफनाया जा रहा है,वहीं सीडीओ सत्यप्रकाश ने बताया कि मामले में सचिव को निलंबित कर दिया गया है, वहीं तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, वहीं बीडीओ बहुआ और पशु चिकित्साधिकारी को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है ।