उधमपुर में गोल्ड स्कैम का भंडाफोड़, पुलिस ने 24 घंटे में दबोचा आरोपी

उधमपुर में गैस स्टोव ठीक करने वाला बनकर सोना ठगने वाला आरोपी सुबोध को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने एक महिला से सोना साफ करने के बहाने धोखाधड़ी की थी। मामले में पुलिस ने IPC की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

Jammu & Kashmir News

Jammu & Kashmir News : जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार, उधमपुर जिले के थाना मजालता को बंदना राजपूत नामक महिला निवासी मजालता द्वारा एक शिकायत दी गई थी। शिकायत में बताया गया कि एक अज्ञात व्यक्ति गैस स्टोव की मरम्मत करने के बहाने उनके घर आया और सोने के आभूषणों को रसायनों से साफ करने के बहाने उनसे धोखाधड़ी की। ठगी के इस तरीके से आभूषणों का वज़न कम हो गया।

जांच में यह सामने आया कि आरोपी बड़ी ही चतुराई से सोने को रासायनिक प्रक्रिया से पिघलाकर उसका हिस्सा निकाल लेता था और फिर उसे ठोस रूप में वापस बना लेता था। वह सफाई के नाम पर आभूषणों की चमक तो बढ़ा देता था, लेकिन असल में उनके वजन में भारी कमी आ जाती थी।

गैस स्टोव की सफाई के बहाने घर में घुंसता था गिरोह 

पुलिस को संदेह है कि आरोपी एक अंतरराज्यीय ठग गिरोह का सदस्य है, जो जम्मू, कठुआ और उधमपुर जिलों में सक्रिय है। यह गिरोह गैस स्टोव की सफाई के बहाने घरों में घुसता है और जब घर में अकेली महिला मिलती है, तो उन्हें मुफ्त या बेहद कम कीमत में सोना साफ करवाने का लालच देता है। महिलाएं इस झांसे में आ जाती हैं और जैसे ही वे अपने आभूषण सौंपती हैं, आरोपी केमिकल और एसिड की मदद से सोने को लिक्विड फॉर्म में बदलकर उसका हिस्सा चुरा लेता है।

पुलिस ने आम नागरिकों से की अपील 

प्रवक्ता ने बताया कि इस गिरोह की यह तरकीब इतनी सफाई से होती है कि महिलाओं को शक तक नहीं होता। आभूषण देखने में चमकदार लगते हैं, लेकिन उनका वजन कम हो चुका होता है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मजालता थाने में IPC की धाराओं 316(2), 318(2), 318(4), 324(4) के तहत FIR नंबर 59/2025 दर्ज की।

यह भी पढ़ें : कौन है छांगुर की गर्लफ्रेंड, अपनी दिलरुबा के लिए ‘जिहादी’…

मजालता थाना प्रभारी की अगुवाई में गठित पुलिस टीम ने 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए आरोपी सुबोध साह, निवासी भागलपुर, बिहार को धर दबोचा। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसे संदिग्ध लोगों की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें, ताकि इस तरह की ठगी से बचा जा सके और ऐसे गिरोहों पर समय रहते कड़ी कार्रवाई की जा सके।

Exit mobile version