
दिल्ली-NCR में ठंडी हवाओं के साथ वायु प्रदूषण की समस्या फिर गंभीर मोड़ ले चुकी है। अचानक तापमान में गिरावट के कारण सुबह‑सुबह कोहरे की मोटी चादर छा रही है, जिससे शहर की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, कई इलाकों में AQI 400 के पार दर्ज किया गया है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक ‘गंभीर’ स्तर को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के बढ़ते प्रभाव, धीमी हवाओं और धूल जमा होने की प्रवृत्ति के कारण प्रदूषण हवा में फंसता जा रहा है। दिल्ली-NCR में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने की उम्मीद है। ठंडी हवाएँ ठिठुरन बढ़ाएँगी। अगले 2 से 3 दिनों में तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। सुबह के समय कोहरा भी छाया रह सकता है, जिससे लोगों को सुबह जल्दी बाहर निकलने में असुविधा हो सकती है।
इस स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज‑III के नियंत्रण उपायों को लागू कर दिया है। प्रदूषण की यह गंभीर स्थिति बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि लोग अनावश्यक बाहर की गतिविधियों से बचें, मास्क पहनें और वर्क फ्रॉम होम (जहां संभव हो) को प्राथमिकता दें।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक, दिन के दौरान हल्की धूप के साथ तापमान शाम तक 25–26°C तक पहुंच सकता है, लेकिन रात में सर्दी फिर लौट सकती है और तापमान नीचे गिरने की संभावना है।
निवासियों के लिए सुझाव:
- सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें।
- एयर प्यूरीफायर या हेल्थ‑मास्क का इस्तेमाल करें।
- खिड़कियाँ बंद रखें, खासकर देर रात और सुबह के वक्त, ताकि अंदर की हवा अपेक्षाकृत साफ रहे।
- अगर संभव हो, तो सार्वजनिक परिवहन या कार-पूलिंग का सहारा लें ताकि वाहन उत्सर्जन को कम किया जा सके।