झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित अवैध खनन घोटाला में ED ने नोटिस जारी किया है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत उबाल पर है। दरअसल इस मामले ED ने हेंमत सोरेन को 3 नवंबर को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए तलब किया है।
हालांकि मिली जानकारी के अनुसार सीएम हेमंत सोरेन ED के सामने पेश नहीं होंगे। क्योंकि आज सीएम रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
1000 करोड़ के घोटाले में ये नेता नामित
वहीं ED ने जुलाई में इस मामले में सोरेन के राजनीतिक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। ED ने छापेमारी में लगभग 12 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी। बता दें कि ईडी ने 162 पन्नों की चार्जशीट दायर की है जिसमें उन्होंने मिश्रा और उनके सहयोगी प्रेम प्रकाश और बच्चू यादव को 1000 करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया है। इसके अलावा ED देशभर में पिछले कुछ महीनों से इसी सिलसिले में जगह-जगह तलाशी कर चुकी है। ED ने झारखंड, तमिलनाडु, बिहार, और दिल्ली-NCR में 16 जगहों पर छापेमारी की थी। अब सीएम हेमंत सोरेन भी ED के रडार पर हैं।
सीलबंद लिफाफे में खुला राज
इसी बीच केंद्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि “पीएमएलए जांच से पता लगा है कि पंकज मिश्रा, सीएम के प्रतिनिधि, साहिबगंज, झारखंड से विधायक, बरहेट, सहित साहिबगंज और उसके आस-पास के क्षेत्रों में अपने सहयोगियों की मदद से अवैध खनन व्यवसायों के अलावा अंतर्देशीय नौका सेवाओं को नियंत्रित करने का काम करते हैं।”
जांच के दौरान ईडी ने पंकज मिश्रा के आवास से एक सीलबंद लिफाफा भी बरामद किया था। इस लिफाफा में झारखंड के सीएम के नाम से एक पासबुक और दो चेकबुक खाते थे। बता दें कि सीएम सोरेन 2021 में रांची जिले के अंगारा ब्लॉक में एक पत्थर खनन पट्टा पाने के लिए आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने के लिए ईडी के निशाने पर हैं। बता दें कि उस वक्त सीएम सोरेन खनन और पर्यावरण मंत्री थे।