नई दिल्ली। प्रदेश के कैबिनेट के सभी 24 मंत्रियों के इस्तीफे को राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने स्वीकार कर लिया है. नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण 11 अप्रैल यानी आज होने वाला है. सभी 25 मंत्रीयों के शपथ लेने की संभावना है. मगर इस बार मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण राजभवन में नहीं, सचिवालय के निकट होने वाला है. सरकारी उच्च अधिकारियों ने रविवार को उस जगह का निरीक्षण किया।
प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने मंत्रिपरिषद के प्रस्तावित पुनर्गठन से पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंपा था, कुछ दिनों पहले एक आईटी मंत्री, गौतम रेड्डी का निधन हो गया था, उनको मिलाकर कुल 25 मंत्री थे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि मौजूदा मंत्रियों ने कैबिनेट की बैठक में अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री रेड्डी को सौंपा था. मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के साथ मंत्रियों की यह अंतिम बैठक थी. सभी मंत्री अपने पदों पर कुल 34 महीनों तक रहे।
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने वाईएसआरसीपी प्रमुख के रूप में अपने मंत्रिमंडल के इस्तीफे का ‘खुशी से’ स्वागत किया. उन्होंने दावा किया कि 2024 में आगामी राज्य चुनावों की तैयारी के तहत, यह एक स्वागत योग्य कदम है. शुक्रवार दोपहर कैबिनेट की अंतिम बैठक खत्म करने के बाद सभी 24 कैबिनेट मंत्रियों ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
मौजूदा कैबिनेट में पांच उप मुख्यमंत्री थे, राज्य में जाति संतुलन बनाने की अपनी रणनीति के तहत रेड्डी के पास पांच नए उपमुख्यमंत्री होने की संभावना है. इस्तीफा देने वाले पांच उप मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक और कापू समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे. साथ ही, उच्च जातियों के 11 मंत्री थे, जिनमें रेड्डी समुदाय के 4, ओबीसी के 7, एससी के 5 और एसटी और मुस्लिम समुदायों के एक-एक मंत्री शामिल थे।