Jammu Kashmir: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर आज शाम जम्मू पहुंचेंगे। वो जम्मू-कश्मीर को विकास की सौगात देंगे। शाह भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से सटे राजौरी और बारामुला जिलों में दो जनसभाएं करेंगे। गृहमंत्री के दौरे के मद्देनजर पूरे प्रदेश में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ विशेष नाके लगाए हैं।
गृहमंत्री शाह विकास कार्यों की आधारशिला रखने और उद्घाटन करने के अलावा प्रतिनिधिमंडलों से भी मिलेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री सोमवार शाम विशेष विमान से जम्मू पहुंचेंगे। इसके बाद राजभवन में सिविल सोसाइटी, कारोबारी तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात का कार्यक्रम है।
अमित शाह मंगलवार सुबह महानवमी के अवसर पर कटड़ा में वैष्णो देवी के दर्शन करेंगे और वहीं से हेलीकाप्टर से राजौरी के लिए रवाना हो जाएंगे। राजोरी बस स्टैंड में गृहमंत्री रैली को संबोधित करेंगे। इस दौरान राजोरी में पहाड़ियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की भी घोषणा हो सकती है। इसके बाद राजोरी से जम्मू पहुंचने पर वह जम्मू में कन्वेंशन सेंटर में कई विकास कार्यों की नींव रखने के साथ उद्घाटन करेंगे और चुनिंदा भाजपा नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसके बाद शाम को ही वे श्रीनगर रवाना होंगे।
गृहमंत्री अमित शाह पांच अक्टूबर को दशहरे पर कश्मीर के बारामुला में जनसभा को संबोधित करेंगे। श्रीनगर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में नागरिक प्रशासन, पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और जम्मू-कश्मीर और केंद्र की खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। गृहमंत्री भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति और पार्टी मामलों पर चर्चा करेंगे। गृहमंत्री शाह पांच अक्टूबर की शाम नई दिल्ली लौट जाएंगे।
गृहमंत्री शाह के दौरे को लेकर जम्म-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी किया गया है। बॉर्डर से लेकर शहर तक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। एयरपोर्ट से लेकर कन्वेंशन सेंटर तक के 7 किलोमीटर के दायरे में 15 चेक प्वाइंट के साथ दो हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। हर 100 मीटर के बाद अर्द्ध सैनिक बल पुलिस के साथ तैनात रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि शाह के दौरे के मद्देनजर लखनपुर से कश्मीर तक सीआरपीएफ और अर्ध सैनिक बलों की 100 से अधिक कंपनियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।