झारखंड। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का महापर्व है। जिसे लेकर देश से लेकर विदेशों तक भक्तों में उत्साह है। भक्त महाशिवरात्रि की तैयारियों में जुट गए है। इन्हीं तैयारियों के चलते झारखंड के पलामू जिले में 2 पक्ष आमने-सामने आ गए। यह विवाद महाशिवरात्रि में तोरण द्वार बनाने को लेकर शुरू हुआ। ये विवाद मंगलवार को शुरू हुआ था लेकिन बुधवार को इसने हिंसक रूप ले लिया। दरअसल महाशिवरात्रि को लेकर बनाए गए तोरण द्वार को विशेष समुदाय के लोगों ने कथित तौर पर उखाड़कर कबाड़ में फेंक दिया। जिसके बाद दो पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया।
विवाद ने लिया हिंसक रूप
यह पूरा मामला पलामू जिले के पांकी प्रखंड का है। जहां महाशिवरात्रि को लेकर तोरण द्वार बनाया जा रहा था। जिसे लेकर दो पक्ष आपस में भिड गए और बुधवार को मामूली बात से शुरू हुए विवाद ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। विवाद के बाद मारपीट और फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई।
इस पूरी घटना में करीब दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा कर शांत कराया, लेकिन अब भी स्थिति तनावपूर्ण है।
धारा 144 लागू, कई थानों की पुलिस तैनात
शहर में शांति स्थापित करने के लिए 100 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। यहां पिपराटांड, तरहसी और लेस्लीगंज सहित कई थानों की पुलिस मौजूद है। जिले के एसपी सहित तमाम वरिष्ट पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए पांकी में निषेधाज्ञा यानी धारा 144 लागू की गई है।
वहीं एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि तोरण द्वार को लेकर दूसरे पक्ष ने उखाड़कर कबाड़ में फेंक दिया। विरोध करने पर मस्जिद की छत से पत्थरबाजी शुरू कर दी गई।