महाराष्ट्र सरकार में रोजाना कुछ नया होता रहता है। महाराष्ट्र में चल रहा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। एनसीपी से बीजेपी में शामिल होकर डिप्टी सीएम की शपथ लेने वाले अजित पवार ने आज दूसरी बार एनसीपी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की है। जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचलें तेज होती नजर आ रही है। बता दे कि 2 जुलाई को ही अजित पवार शरद पवार की पार्टी एनसीपी से एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हुए थे।
अपने विधायकों संग पहुंचे डिप्टी सीएम
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार आज दूसरे दिन भी चाचा शरद पवार से मिलने वाईबी चव्हाण पहुंचे है। अजित पवार एनसीपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए 9 विधायकों संग शरद पवार से मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद से महाराष्ट्र की सियासी गलियारों में इस मुलाकात के चर्चा का सिलसिला बेहद तेज होता नजर आ रहा है। बता दे कि दो दिन पहले भी अजित पवार अपनी चाची के स्वास्थय का हाल जानने के लिए शरद पवार के घर पहुंचे थे। अजित पवार बगावात के बाद पहली बार चाचा शरद से मुलाकात करने पहुंचे थे।
क्या बोले प्रफुल्ल पटेल ?
अजित पवार रविवार को 2 बजे शरद पवार से मुलाकात करने पहुंचे थे, जिसके बाद विधायक प्रफुल्ल पटेल ने मुलाकात को लेकर कहा कि हम शरद पवार का आशीर्वाद लेने आए हैं और हमारे सभी मंत्री बिना समय लिये आए है। हमने उनसे अनुरोध किया कि वह फैसला करें कि एमसीपी कैसे एकजुट रहे सकती है। साथ ही प्रफुल्ल ने ये भी कहा कि हमनें शरद पवार से आग्रह किया और ये बताया कि आपके प्रति हम सबके मन में सम्मान है, हमारे सारे मंत्री अजित पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे। लेकिन अभी भतीजे अजित पवार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
2 जुलाई को डिप्टी सीएम बने अजित पवार
महाराष्ट्र की राजनीति में एक मया मोड़ आया था, जब 2 जुलाई 2023 को अजित पवार ने एनसीपी छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की। इसके बाद महज दो घंटो में शिंदे सरकार ने अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद दे दिया। अजित पवार अपने साथ पार्टी के 9 विधायकों को भी लेकर एनडीए में शामिल हुए थे।
चाची से मिलने पहुंचे थे पवार
दरअसल, अजित पवार दो दिन पहले चाचा शरद पवार के घर पहुंचे थे। जिसके बाद उन्होंने बताया कि वहां उनकी मुलाकात चाचा शरद पवार से और छोटी बहन सुप्रिया सुले से हुई थी। साथ ही बताया कि उनकी चाची प्रतिभा पवार का स्वास्थ्य ठीक नहीं था तो वो उनसे मिलने गए थे। इस मुलाकात की चर्चा महाराष्ट्र की राजनीति में चरम पर है।